डीएनए हिंदी: यूरिक एसिड एक अपशिष्ट उत्पाद है जो प्यूरीन से भरपूर खाने के पाचन के बाद शरीर से निकल जाता है. प्यूरीन के कण कार्बन और नाइट्रोजन परमाणुओं से बने होते हैं और शरीर में टूट जाते हैं. इनकी मात्रा बहुत ज्यादा होने पर ये यूरिक एसिड के बदल जाते हैं. इन्हें किडनी भी फिल्टर कर पेशाब के रास्ते निकालने में असमर्थ हो जाती है. यूरिक एसिड के हाई लेवल को हाइपरयूरिसीमिया भी कहा जाता है. यह जोड़ों में बढ़कर दर्द और सूजन को बढ़ाता है. हाई यूरिक एसिड होने पर गठिया गाउट की समस्या भी हो जाती है. इसे बढ़ने से रोकना बहुत ही जरूरी होता है. इसमें आपकी डाइट और दिनचर्या अहम रोल निभाती है. गर्मियों के मौसम में भी आप हाई यूरिक एसिड यानी हाइपरयूरिसीमिया से परेशान हैं तो मौसमी सब्जियों को शामिल कर इसे राहत पा सकते हैं. आइए जानते हैं इन मौसमी सब्जियों को खाने के फायदे
इन मौसमी सब्जियों को खाने में करें शामिल
खीरा से होगा फायदा
गर्मियों के मौसम में खीरा खाना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है. यह बॉडी में पानी की पूर्ति करने के साथ ही हाई यूरिक एसिड को पेशाब के रास्ते बाहर कर देता है. खीरें में एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है. यह प्यूरीन की अधिक मात्रा से बनने वाले यूरिक एसिड को कंट्रोल कर देता है. यह यूरिक एसिड बढ़ने वाली समस्याओं को ही खत्म कर देता है. खीरे को सलाद से लेकर रायते के रूप में सेवन किया जा सकता है.
गाजर खाने के फायदे
मौसमी सब्जियों में शामिल गाजर वैसे सर्दियों में खाई जाती है, लेकिन इसका सेवन गर्मियों में भी फायदेमंद होता है. इसकी वजह गाजर में विटामिन ए से लेकर आयरन और एंटीऑक्सीडेंट्स का पाया जाना है. यह यूरिक एसिड को कंट्रोल करते हैं. यह जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में भी फायदेमंद है. गाजर का सेवन सब्जी, जूस, रायते और हल्वे के रूप में भी किया जा सकता है.
बेरीज भी होता है लाभदायक
बेजरी में एंटी इंफ्लेमेट्री तत्व होते हैं. इसके सेवन पर जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या को कम करने लाभ मिलता है. यह जोड़ों में जमे यूरिक एसिड के क्रिस्टल्स को साफ करता है. साथ ही खून में बढ़ते यूरिक एसिड लेवल को कंट्रोल करता है. यूरिक एसिड की बीमारी से जूझ रहे लोगों को चेरी, ब्लूबेरीज, अंगूर, जामुन और स्ट्रॉबेरी का सेवन करना चाहिए. यह लाभकारी होती है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।)
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