डीएनए हिंदीः हर साल 10 अक्टूबर को वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे मनाया जाता है ताकि लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को समझाया जा सके और उन्हें मानसिक बीमारियों से बचाया जा सके. यहां आपको कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में बताएंगे जिन्हें देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि मानसिक तनाव अब डिप्रेशन का कारण बनने की ओर अग्रसर है.
बिगड़ते मानसिक स्वास्थ्य के ये लक्षण भूलकर भी नजरअंदाज नहीं करने चाहिए क्योंकि ये समय मानसिक रूप से बीमार लोगों की मदद करने की होती है ताकि वह एक स्वस्थ जीवन जी सकें और सुसाइड जैसे गंभीर कदम उठाने से बच सकें.
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ये लक्षण बताते हैं मानसिक तनाव अवसाद यानी डिप्रेशन में बदलने लगा है
लंबे समय तक उदासी
अगर किसी बुरी खबर या किसी घटना के बाद व्यक्ति लंबे समय तक उससे उबर न पाएं और पुरानी घटनाओं को सोचकर उदास, दुखी रहने लगे तो ये लांग डिप्रेशन का लक्षण है. अगर दुख में व्यक्ति ने खाना-पीना या सोना कम कर दिया है तो सतर्क हो जाएं. ये गंभीर मानसिक बीमारी का संकेत हो सकता है.
एंग्जाइटी
अगर किसी बात का इतना गहरा आघात लगे कि व्यक्ति अपना सुध-बुध खो दे या उसकी सोचने-समझने या बात करने का तरीका बदल गया हो तो ये संकेत सही नहीं. अगर बार बार व्यक्ति को पैनिक अटैक आए या सांस लेने में दिकक्त महसूस हो तो डॉक्टर से संपर्क करें. अगर चिंता का स्तर दर्द में बदल रहा तो ये गंभीर संकेत है.
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बार बार मरने का ख्याल आना
अगर कोई बार बार अपने न होने की बात करें, या अपने जीने को बेकार समझे या सुसाइड के तरीकों पर बात करें तो सावधान हो जाएं. इसका मतलब है कि उसके डिप्रेशन का स्तर उसे सुसाइड करने पर फोर्स कर रहा है.
खाना-पीना छोड़ देना
अगर कोई किसी गहरे सदमे के बाद खाना-पीना छोड़ दे या नहाने जैसी दैनिक क्रियाएं करने से बचने लगे या उसका किसी काम में मन न लगे तो संभवतः यह डिप्रेशन का कारण है.
मतिभ्रम
ये तब होता है जब आप बेहद थके हुए या कमजोर होते हैं. आप चीजों के बारे में मतिभ्रम (hallucinate) कर सकते हैं और ये सिज़ोफ्रेनिया जैसे मेंटल डिसऑर्डर का संकेत हो सकता है. हालांकि, अगर समय पर पता चल जाता है, तो प्रभाव को कम किया जा सकता है और आप नॉर्मल लाइफ जी सकते हैं.
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बहुत ज्यादा सोना
जब हमारा दिमाग थक जाता है, तो हमारा शरीर उसी तरह प्रतिक्रिया करता है. अगर आप पूरा दिन सिर्फ सोने में ज्यादा समय बिता रहे हैं, तो हो सकता है कि आप अवसाद (डिप्रेशन) या अन्य मानसिक विकारों (mental disorders) से पीड़ित हों.
गुस्से पर काबू न रख पाना
अगर आपको लगता है कि आप अपने गुस्से पर काबू नहीं रख पा रहे हैं और आसानी से आपा खो देते हैं, तो यह मानसिक बीमारी का संकेत हो सकता है. ये स्ट्रेस,एंग्जाइटी या शोक का एक चेतावनी संकेत है, जिसे आप लंबे समय तक सभी से छिपा सकते हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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