Turmeric Water: पीले मसाले का पानी पीते ही पिघल जाएगा प्यूरीन, मिनटों में डाउन हो जाएगा हाई यूरिक एसिड

Written By नितिन शर्मा | Updated: Sep 19, 2023, 06:39 AM IST

किचन में मौजूद मसाले में सिर्फ खाने में स्वाद ही नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद लाभदायक होते हैं. इन्हीं में एक मसाला ऐसा है, जिसके पानी का सेवन करने मात्र से ही यूरिक एसिड कंट्रोल हो जाता है. 

डीएनए हिंदी: (Turmeric Water Control Uric Acid) आज के समय में बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है. कम उम्र के युवा ही हाई यूरिक एसिड की समस्या से ग्रस्त हो रहे हैं. यूरिक एसिड तो सही है, लेकिन इसका लेवल हाई होते ही यह शरीर के जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमने लगता है. इसकी वजह गाउट की समस्या भी हो सकती है. जोड़ों के जमने पर हड्डियों में गैप पैदा कर देता है. इसकी वजह से चलना फिरना तो दूर उठना बैठना तक मुश्किल हो जाता है. व्यक्ति की किडनी में पथरी से लेकर और भी दूसरी समस्याएं बढ़ने लगती हैं, जो बेहद घातक साबित होती हैं. इसकी मुख्य वजह प्रोटीन और प्यूरीन युक्त चीजों का ज्यादा सेवन करना है. साथ ही वर्कआउट न करना भी यूरिक एसिड को हाई करने की एक वजह बनता है.

इस समस्या को समय रहते खानपान में सुधार करने के साथ ही औषधि गुणों से भरपूर हल्दी के पानी से कंट्रोल किया जा सकता है. हल्दी के पानी का नियमित रूप से सेवन करने पर शरीर में जमा यूरिक ​एसिड पिघलकर बाहर आ जाता है. इस मसाले की गर्म तासीर जोड़ों के दर्द और सूजन को भी खत्म कर देती है. आइए जानते हैं हल्दी के पानी के फायदे और इसे बनाने का तरीका...

प्यूरिन को आसानी करता है डाइजेस्ट

हाई यूरिक एसिड के मरीजों के लिए हल्दी का पानी किसी दवाई से कम नहीं है. नियमित रूप से इसका पानी पीने पर प्रोटीन को पचान में मदद मिलती है. हल्दी में मौजूद करक्यूमिन शरीर में गर्मी पैदा कर देता है. इसे मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है, जिसे पचाने की शक्ति बढ़ जाती है. साथ ही यह यूरिक एसिड को बढ़ने से रोकता है. हड्डियों में जमा क्रिस्टल्स को बाहर निकालने का काम करता है. 

हल्दी का पानी करता है डिटॉक्स 

हल्दी का पानी बॉडी को डिटॉक्स करता है. यह प्यूरीन को पिघलाने के साथ ही शरीर में जमा गंदगी को बाहर निकालने में मदद करता है. यह हड्डियों को जाम करने वाले यूरिक एसिड को पेशाब के रास्ते फ्लश आउट करता है. साथ ही किडनी की पावर को बढ़ाता है. नियमित रूप से इसका पानी पीने से किडनी या शरीर में दूसरे स्थानों पर प्यूरीन के ऑक्सलेट पत्थर के रूप में जमा नहीं हो पाते. इसे गाउट का खतरा भी बेहद कम हो जाता है. 

एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से है भरपूर

हल्दी एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर मसाला है. यह दर्द और सूजन को बाहर करने में मदद करती है. इसे पानी में घोलकर पीने के अलावा लेप भी कर सकते हैं. दोनों ही तरीकों से इसे कंट्रोल किया जा सकता है. यह गाउट की समस्या को भी आसानी से कम करती है. हल्दी का पानी बनाना भी आसान है.

ऐसे बनाएं हल्दी का पानी

हाई यूरिक एसिड में हल्दी का पानी रामबाण इलाज है. इसे पीने के लिए सबसे सही समय सुबह खाली पेट है. हल्दी पानी बनाने के लिए सुबह उठते ही आधा कप पानी में छोटी चम्मच हल्दी को मिला लें. इसे उबाल जें. पानी के थोड़ा सा गाढ़ा होने पर इसे गैस से उतारकर ठंडा कर लें. इसके बाद काला नमक, नींबू डालकर इस पानी का पी जाएं. सप्ताह में कम से कम तीन बार इस पानी को पीने से यूरिक एसिड लेवल अपने आप डाउन आ जाएगा. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 

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