डीएनए हिंदीः यूरिक एसिड शरीर में उत्पन्न होने वाला एक विष है जो किडनी द्वारा फ़िल्टर किया जाता है और मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकाल दिया जाता है. ये विषाक्त पदार्थ हर व्यक्ति के शरीर में उत्पन्न और उत्सर्जित होते हैं. कुछ लोग उच्च प्यूरीन युक्त आहार खाते हैं या किसी पुरानी बीमारी से पीड़ित होते हैं जिनकी दवा के लगातार सेवन से यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है. शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से जोड़ों में दर्द और सूजन होने लगती है. जोड़ों के आसपास की त्वचा बदरंग या चमकदार हो जाती है. छूने पर जोड़ों में गर्माहट महसूस होती है.
हाई यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए खान-पान का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. डाइट में ऐसे ड्राई फ्रूट्स का सेवन करना जरूरी है जो यूरिक एसिड के लेवल को आसानी से कंट्रोल कर सकें. सर्दियों में कुछ ड्राई फ्रूट्स का सेवन करने से यूरिक एसिड लेवल को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है. आइए जानें वे कौन से सूखे मेवे हैं जिनका सेवन करके यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है.
जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए काजू खाएं
काजू एक स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक सूखा फल है जो गठिया के रोगियों के लिए एक उत्कृष्ट भोजन है. इस गठिया अनुकूल सूखे फल में प्यूरीन की मात्रा कम होती है. इसके अलावा काजू में स्वस्थ वसा, एंटी-ऑक्सीडेंट, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे खनिज होते हैं जो जोड़ों को स्वस्थ बनाते हैं और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाते हैं. जिन लोगों को हाई यूरिक एसिड होता है उन्हें एक मुट्ठी काजू का सेवन करना चाहिए.
अखरोट से कंट्रोल करें यूरिक एसिड
अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. गठिया से पीड़ित लोगों के लिए अखरोट एक बेहतरीन विकल्प है. कई अध्ययनों में पाया गया है कि आहार में अखरोट शामिल करने से सूजन कम हो जाती है. अखरोट यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में बहुत प्रभावी है.
बादाम से कंट्रोल करें यूरिक एसिड
बादाम फाइबर, प्रोटीन और स्वस्थ वसा का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं. यह कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन ई से भरपूर होता है. इसमें अम्लीय गुण होते हैं, जो शरीर में अतिरिक्त एसिड को नियंत्रित करते हैं. इसके सेवन से यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद मिलती है.
किशमिश भी है फायदेमंद
किशमिश औषधीय गुणों से भरपूर सूखा मेवा है, जिसके सेवन से यूरिक एसिड का स्तर नियंत्रित रहता है. किशमिश में पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें विटामिन, खनिज और प्राकृतिक शर्करा होती है. इसका उपयोग गठिया से संबंधित जोड़ों की समस्याओं से राहत पाने के लिए किया जाता है. एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर किशमिश यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है.