Uric Acid Remedies: 7mg/dl से भी ज्यादा हो गया है यूरिक एसिड तो अपनाएं ये 3 नुस्खे, शरीर के जोड़ों को नहीं होने देंगे जाम

Written By नितिन शर्मा | Updated: Jun 29, 2023, 01:09 PM IST

यूरिक एसिड का हाई लेवल किसी गंभीर बीमारी से कम नहीं है. इसका हाई लेवल जोड़ों को जाम करने के साथ ही किडनी को डैमेज कर देता है. ऐसी स्थिति से बचने के लिए इसे कंट्रोल करना बेहद जरूरी है. इसके लिए देसी नुस्खे अपना सकते हैं.

डीएनए हिंदी: (High Uric Acid Home Remedies) शरीर में यूरिक एसिड का हाई लेवल बेहद खतरनाक है. यह जोड़ों में दर्द सूजन से लेकर गठिया तक कर देता है. इसे चलना फिरना बेहद मुश्किल हो जाता है. यूरिक एसिड के क्रिस्टल जोड़ों में गैप पैदा करने के साथ ही किडनी के फिल्टर को भी प्रभावित करते हैं. इसकी वजह से किडनी की फिल्टर करने की क्षमता बेहद कम हो जाती है. ऐसे में किडनी शरीर में मौजूद हानिककारक अपशिष्ट पदार्थों को शरीर से बाहर नहीं निकाल पाती. 

किडनी में प्यूरीन की पथरियां एकत्र हो जाती है. ये पथरियां किडनी के काम को प्रभावित करती है. इनकी अधिकता की वजह से किडनी डैमेज तक हो जाती है. ऐसे में कुछ देसी नुस्खे हैं, जिनका उपयोग कर आप जोड़ों से लेकर किडनी को डिटाॅक्स कर सकते हैं. यह खून को फिल्टकर कर यूरिक एसिड को पेशाब के रास्ते फ्लश आउट कर देती है. जोड़ों में होने वाला दर्द और सूजन खत्म हो जाती है. साथ ही किडनी में होने वाली प्यूरीन की पथरी पिघलकर बाहर आ जाती है. 

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महिलाओं और पुरुषों में अलग अलग होता है यूरिक एसिड का लेवल

महिला और पुरुषों में यूरिक एसिड को लेवल अलग-अलग होता है. यह जब तक सीमित मात्रा में होता है. तब तक अच्छा रहता है, लेकिन इसके हाई होते ही यह घातक हो जाता है. महिलाओं में यूरिक एसिड का स्तर 2.4 से 6.0 mg/dl होता है. वहीं पुरुषों में 3.4 से 7.0 mg/dl होता है. यूरिक एसिड का 7.0 mg/dl से ज्यादा बना रहना हाई यूरिक एसिड में आता है. इसकी यह स्थिति जोड़ों को प्रभावित करने लगती है. यूरिक  एसिड जोड़ों में जगह बना लेता है और यूरिन से भी फ्लश आउट नहीं होता, जिसकी वजह से किडनी के फिल्टर की कार्य क्षमता धीमी पड़ने लगती है. 

गर्मियों में बढ़ जाती है समस्या

यूरिक एसिड सर्दियों के मुकाबले गर्मियों में ज्यादा तेजी से बढ़ता है. इसका पता उंगली से लेकर हाथ और पैरों के जोड़ों में दर्द शुरू होने से लगता है. शुरुआत में इसे ही कुछ देसी नुस्खों से कंट्रोल किया जा सकता है. इसमें अजवाइन, अदरक और गिलोय शामिल है. ये बहुत ही आसानी से मिलने के साथ ही औषधीय गुणों से भरपूर हैं.  इनका इस्तेमाल करना बेहद आसान है. आइए जानत हैं. 

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अजवाइन का पानी पिएं

खाने में स्वाद घोलने वाली अजवाइन सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है. अजवाइन का पानी पीने से ही यूरिक एसिड कंट्रोल में आ जाता है. इसके लिए रात के समय एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवाइन डाल लें. सुबह उठते ही इस पानी को छानकर पी लें. नियमित रूप से ऐसा करने पर कुछ ही दिन में असर दिख जाएगा. यह जोड़ों के दर्द सूजन में आराम करने से लेकर किडनी को डिटाॅक्स करने में भी रामबाण है. इसे किडनी की फिल्टर पावर भी बूस्ट होती है. 

गिलोय भी है असरदार

औषधीय गुणों से भरपूर गिलोय बहुत ही शक्तिशाली और प्रभावी जुड़ी बूटियों में से एक है. इसे आयुर्वेद में अलग स्थान दिया गया है. यह इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के साथ ही जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करती है. गिलोय का सेवन करना भी बेहद आसान है. गिलोय की पत्तियों और तनों को रात के समय पानी में भिगोकर रख दें. सुबह उठते ही इन्हें अच्छे से उबाल लें. इसके बाद पानी को ठंडा होने के बाद छानकर पी लें. 

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अदरक भी है बेहद फायदेमंद

मौसमी बीमारी जैसे सर्दी जुखाम से लेकर शरीर के दर्द को गायब करने वाली अदरक यूरिक एसिड को कम करने में भी कारगार है. इसमें मौजूद एंटीसेप्टिक और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण यूरिक एसिड को कंट्रोल कर देते हैं. इसे पीसकर या पानी में उबालकर भी लिया जा सकता है. इसका सेवन सूजन और दर्द से छुटकारा दिलाता है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 

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