डीएनए हिंदी: (Vitamins Deficiency Causes Of Arthritis) गठिया हड्डियों में घर कर जाने वाली गंभीर बीमारियों में से एक है. यह एक बार पनप जाए तो चलना फिरना तो दूर उठना बैठना तक मुश्किल कर देती है. इसके लक्षण शुरुआत में ही दिख भी जाते हैं, लेकिन समय पर इन्हें न पहचान पाने पर यह घातक बन जाती है. इसकी मुख्य वजह शरीर में इन तीन विटामिंस की कमी और इम्यून सिस्टम का शरीर के खिलाफ ही काम करना है. बीमारियों से लड़ने वाला इम्यून सिस्टम ही हड्डियों को अंदर से खोखला करने लगता है. आइए जानते हैं इसकी वजह और बढ़ता खतरा...
ये हैं गठिया की बीमारी के मुख्य कारण
इन विटामिंस की कमी भी है गठिया का कारण
एक्सपर्ट्स की मानें तो गठिया के रोग के पीछे बाॅडी में कुछ विटामिंस की कमी होना भी है. इनमें विटामिन सी, विटामिन डी और कैल्शियम शामिल है. ये तीनों ही पोषक तत्व हड्डियों को मजबूत करते हैं. इनमें कैल्शियम सबसे जरूरी होता है, लेकिन इनकी कमी के होते ही हड्डियां अंदर से कमजोर और खोखली होने लगती है. इसके साथ ही जोड़ों में घर्षण बढ़ने लगता है, जिसके चलते चलना फिरना मुश्किल हो जाता है.
खराब मेटाबोलिज्म
शरीर में खराब मेटाबोलिज्म भी गठिया की समस्या को जन्म देता है. लंबे समय तक मेटाबोलिज्म प्रभावित रहने की वजह से यह गठिया की समस्या को ट्रिगर कर देता है. यह और भी दूसरी समस्याओं को बढ़ा देता है.
मोटापा और डायबिटीज भी जिम्मेदार
गठिया जैसी गंभीर बीमारी के शरीर में शुरुआत की वजह से मोटापा और डायबिटीज जैसी बीमारियां भी है. मोटापा बढ़ने के साथ ही हाई ब्लड शुगर शरीर में कई तरह की परेशानियां खड़ी करता है. यह हड्डियों के मूवमेंट्स के साथ इनके घनत्व को भी प्रभावित करता है. ऐसे में स्थिति ज्यादा गंभीर होने पर यह गठिया की समस्या बन जाती है.
ये हैं गठिया के शुरुआती लक्षण
गठिया की बीमारी को शुरुआत के समय ही रोका जा सकता है. सही डाॅक्टर से परामर्श और इलाज फायदेमंद हो सकता है, लेकिन इसके लिए जरूरी है सही समय पर लक्षणों को पहचानना. गठिया के शुरुआती लक्षणों में जोड़ों में रेडनेस, सूजन और दर्द के साथ खिंचाव महसूस होता है. ये सभी गठिया की शुरुआत के संकेत हैं. इन्हें देखते ही अपने लाइफस्टाइल में बदलाव करने के साथ ही डाॅक्टर से परामर्श लेकर इस पर काबू पाया जा सकता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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