डीएनए हिंदीः डायबिटीज से कई अन्य बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. चिंता की बात यह है कि देश में हर नए साल के साथ इस बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. बच्चे और युवा भी बड़ी संख्या में इसके शिकार हो रहे हैं. शहरी इलाकों में स्थिति और भी खराब है. माना जाता है कि डायबिटीज खराब खान-पान और जीवनशैली के कारण होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि विटामिन की कमी के कारण भी आप इस बीमारी का शिकार हो सकते हैं?
इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन की रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन लोगों के शरीर में विटामिन डी की कमी होती है. इनमें डायबिटीज का खतरा कई गुना ज्यादा होता है. शहरी क्षेत्रों में लोगों में इस विटामिन की कमी होती है. जिसका सीधा असर डायबिटीज के आंकड़ों पर पड़ रहा है. ऐसे में लोगों को सलाह दी जाती है कि वे विटामिन डी की कमी को हल्के में न लें.
रिपोर्ट में कहा गया है कि कामकाजी लोग सुबह ऑफिस के लिए निकलते हैं और रात को घर आते हैं. इस दौरान उन्हें सूरज की रोशनी नहीं मिल पाती है. जिसके कारण शरीर में विटामिन डी का स्तर कम होने लगता है. जो लोग अपने खान-पान पर ध्यान नहीं दे पाते. उनमें भी इस विटामिन की कमी हो जाती है.
इंसुलिन का स्तर सामान्य रहता है
द लैंसेट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, विटामिन डी शरीर में इंसुलिन के स्तर को सामान्य बनाए रखने में मदद करता है. यह शरीर में सूजन को भी कम करता है. जिससे डायबिटीज का खतरा कम हो जाता है. जिन लोगों में विटामिन डी का स्तर निर्धारित मानक से कम पाया जाता है, उनके शरीर में इंसुलिन का कार्य प्रभावित होने लगता है. इससे शुगर का स्तर बढ़ने का खतरा रहता है, जिससे डायबिटीज हो सकता है.
डायबिटीज से कैसे बचें
दिल्ली स्थित एंडोक्रिनोलॉजिस्ट डॉ. स्वप्निल जैन का कहना है कि डायबिटीज से बचने के लिए शरीर में विटामिन डी का स्तर भी अच्छा होना चाहिए. विटामिन डी के लिए सूरज की रोशनी जरूरी है. सुबह की हल्की धूप भी फायदेमंद होती है. इसके अलावा यह भी जरूरी है कि आप अपने खान-पान का ध्यान रखें. भोजन में प्रोटीन होना चाहिए. ऐसे खाद्य पदार्थ खाने से बचें जो धीरे-धीरे पचते हों. साथ ही फास्ट फूड से भी दूर रहने की कोशिश करें. प्रतिदिन व्यायाम करने की आदत बनाएं. व्यायाम आपको डायबिटीज के खतरे से काफी हद तक बचा सकता है.
डायबिटीज के लक्षण
जल्दी पेशाब आना
भूख के पैटर्न में बदलाव
थकान
कमजोरी
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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