डीएनएन हिंदीः लंग्स को हेल्दी और कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए कुछ सावधानी बरतनी होगी. साथ ही लंग्स को स्ट्रॉग करने वाली ऐसी चीजें लेनी होंगी जिससे ये आसानी से कोरोना का मुकाबला कर सकें.
कोविड-19 वायरस तेजी से फैल रहा है और ऐसे में फेफड़ों की सेहत पर ध्यान देना जरूरी है. अगर आपको सर्दी-जुकाम जैसी समस्या ज्यादा होती है या आप लंग्स से जुड़ी बीमारियों से पहले से ही ग्रस्त हैं तो आपको ज्यादा सावधानी रखने की जरूरत है. ध्यान रखें कि अगर आपकी सांस फूल रही या नाक और गले में संक्रमण है तो आपको कुछ चीजें जरूर फॉलो करनी होंगी.
फेफड़ों को क्लीन रखने के लिए शुरू कर दें ये काम
गर्म पानी पीना शुरू कर देंः गुनगुना पानी सुबह ही नहीं पूरे समय पीना शुरू कर दें. इससे आपके गले से लेकर फेफड़ों तक की सफाई होती रहेंगी और इंफेक्शन का खतरा भी कम होगा.
गर्म पानी से गरारा करते रहेंः रोज दिन में दो बार आपको गर्म पानी में नमक डालकर गरारा करना चाहिए. एक सुबह और दूसरा रात में सोते समय गरारा करें. भले ही आपको कोई तकलीफ न हो तो भी ये काम आप शुरू कर दें.
भाप लेना शुरू कर देंः भाप लेना आपके लंग्स को अंदर से क्लीन करेगा और आपको किसी भी तरह के इंफेक्शन से भी बचने में ये मदद करेगा.
फेफड़ों को हेल्दी रखने के लिए डाइट में शामिल करें ये फूड्स
लहसुन
लहसुन में एलिसिन नामक एक यौगिक होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीबायोटिक एजेंट के रूप में कार्य करता है. यह श्वसन संक्रमण को दूर करने में मदद करता है, जो हमारे फेफड़ों को अवरुद्ध करता है और सांस लेने में तकलीफ, कफ को बढ़ाता है.लहसुन में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी पाया जाता है, जो लंग्स में सूजन को कम करके अस्थमा में सुधार करता है और फेफड़ों के कैंसर के खतरे को कम करता है.
अदरक
अदरक के नियमित सेवन से हाइपरक्सिया और सूजन के कारण हुए फेफड़ों में डैमेज को कम किया जा सकता है. इसके साथ ही अदरक गाढ़े बलगम को भी तोड़ता है और इसे बॉडी से बाहर निकालने में मदद करता है.
हल्दी
हल्दी का उपयोग अक्सर इसके शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है. हल्दी में मौजूद करक्यूमिन यौगिक फेफड़ों के कार्य को समर्थन देने के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होता है.
जौ
जौ एक पौष्टिक साबुत अनाज है, जो फाइबर से भरपूर होता है. उच्च फाइबर का फेफड़ों के कार्य पर सुरक्षात्मक प्रभाव पड़ता है. साथ ही ऐसे आहार फेफड़ों से संबंधित बीमारियों से होने वाली मौत के जोखिम को कम कर करने मददगार साबित होते हैं.
अखरोट
अखरोट में मौजूद ओमेगा -3 फैटी एसिड एंटी इंफ्लेमेटरी के रूप में कार्य करता है. जिसकी मदद से फेफड़ों में सूजन और आपकी सांस लेने की क्षमता में सुधार होता है.
बड़ी मिर्च
बड़ी मिर्च विटामिन सी के सबसे समृद्ध स्रोतों में से एक होती है. यह आपकी बॉडी में एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है, जो फेफड़ों के बेहतर स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के साथ सूजन को कम करने में मददगार साबित हो सकता है.
पत्तेदार सब्जियां
पत्तेदार हरी सब्जियां जैसे पालक, केल, पत्ता गोभी कैरोटेनॉयड्स, आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम और विटामिन का एक समृद्ध स्रोत हैं. इन पोषक तत्वों में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होते हैं, जो फेफड़ों की सूजन को कम करने और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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