डीएनए हिंदीः कई अध्ययनों में ये पाया गया है कि निर्जलीकरण यानी डिहाईड्रेशन एलडीएल यानी बैड कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को बढ़ा सकता है. गर्म और आर्द्र मौसम में ज्यादा पसीना आने के कारण पानी की कमी हो सकती है और यदि पर्याप्त पानी के सेवन से इसकी भरपाई नहीं की जाती है, तो यह निर्जलीकरण का कारण बन सकता है. लंबे समय तक निर्जलीकरण से लीवर, जोड़ों के स्वास्थ्य और मांसपेशियों की क्षति के लिए कई जटिलताएं हो सकती हैं.
अध्ययनों ने ब्लड कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि के लिए लंबे समय तक निर्जलीकरण को भी जिम्मेदार माना गया है. एक अध्ययन में पाया गया कि निर्जला उपवास से शरीर में कुल कोलेस्ट्रॉल, एचडीएल और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल, एपोलिपोप्रोटीन ए-1 और एपोलिपोप्रोटीन बी सहित लिपिड स्तर बढ़ गए.
नसों में ठूंस-ठूंस कर फैट भरती हैं ये 5 चीजें, हार्ट अटैक का बढ़ता है रिस्क
पानी की कमी से बढ़ता है कोलेस्ट्रॉल
पानी की कमी शरीर में होने से कुल कोलेस्ट्रॉल, एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को बढ़ा सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि लिवर तब ब्लड में अधिक कोलेस्ट्रॉल छोड़ता है और ब्लड से कोलेस्ट्रॉल को खत्म करने की शरीर की क्षमता को बाधित करता है. पानी की कमी से ब्लड भी गाढ़ा होता है और इसमें मौजूद वसा तेजी से नसों को जकड़ लेती है.
पानी शरीर में लिपिड प्रोफाइल को बेहतर करने का काम करता है. एक अध्ययन से पता चला है कि जिन व्यक्तियों ने अधिक मात्रा में पानी का सेवन किया था, उनमें कुल कोलेस्ट्रॉल और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम था. हाइड्रेशन और लिपिड प्रोफाइल के बीच एक निश्चित लिंक होता है.
स्वस्थ जीवनशैली कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकती है
कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम जरूरी है और यदि आप अधिक वजन वाले या मोटे हैं तो वेट कम करना भी जरूरी है
नसों में जमा कोलेस्ट्रॉल छान देंगे ये 4 काले बीज, खून में जमी वसा भी पिघलकर आएगी बाहर
शरीर में कैसे दूर करे पानी की कमी
दिनभर में ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट लें. कैफीन और अल्कोहल का बंद करें, क्योंकि ये शरीर में पानी की कमी के लिए जिम्मेदार होते हैं.रसदार फल और सब्जियां ज्यादा से ज्यादा लें. सूप पीएं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर