Alzheimer Disease: कोरोना के बाद से लोगों में बढ़ी भूलने की बीमारी, जानिए इसके बारे में सब कुछ

सुमन अग्रवाल | Updated:Jun 28, 2022, 06:08 PM IST

Alzheimer In Hindi- ब्रेन से जुड़ी ऐसी बीमारी जो कोविड के बाद से काफी बढ़ गई है, जानिए इसके लक्षण और क्या हैं बचाव के उपाय.

डीएनए हिंदी: अल्जाइमर (Alzheimer) एक न्यूरोलॉजिकल बीमारी है, जो आपने दिमाग को कमजोर कर देता है, जिसमें मस्तिष्क की कोशिकाएं मृत होने लगती हैं.लोगों की मेमोरी पावर कम होने लगती है. आपने अकसर लोगों को कहते सुना होगा कि वह चीजें भूल जाते हैं. हालिया एक अध्ययन में यह पाया गया है कि कोविड के बाद से यह बीमारी ज्यादा नजर आ रही है. डॉक्टरों का कहना है कि लोगों के दिमाग पर ऐसा असर हुआ है कि वह अपने सामने बैठे व्यक्ति का नाम तक भूल जाते हैं.

क्या है अल्जाइमर  (What is Alzheimer disease in Hindi)

इस बीमारी को किसी उम्र के दायरे में बांधा नहीं जा सकता है. बार बार चीजें भूल जाना यह कोई आम बात नहीं है, यह अल्जाइमर के लक्षण हो सकते हैं. यह रोग दुनियाभर में तेजी से बढ़ते न्यूरोलॉजिकल विकारों में से एक है.इसे डिमेंशिया का सबसे सामान्य टाइप भी माना जाता है.आईए आज हम इस बीमारी के लक्षण पर बात करते हैं.इसके साथ ही आप अपनी याद्दाश्त को कैसे मजबूत रख सकते हैं इसपर कुछ टिप्स देते हैं.

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लक्षण

कैसे करें अल्‍जाइमर से बचाव- (How To Prevent Alzheimer in Hindi)

यह कोई बड़ी बीमारी नहीं है बल्कि अपनी लाइफस्टाइल, शारीरिक और मानसिक संतुलन से ही आप इससे काफी हद तक निजात पा सकते हैं. 

शारीरिक और न्यूरोलॉजिकल टेस्ट

आपका डॉक्टर एक शारीरिक परीक्षण करेगा और न्यूरोलॉजिकल टेस्ट करेगा जिससे यह पता चल सकता है कि आपको यह बीमारी है नहीं 

ब्लड टेस्ट से डॉक्टर मेमोरी लॉस और भ्रम के अन्य संभावित कारणों जैसे कि थायरॉइड विकार या विटामिन की कमी के बारे में बता सकते हैं.

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मानसिक स्थिति और न्यूरोसाइकोलॉजिकल परीक्षण

आपका डॉक्टर आपकी याददाश्त और अन्य मानसिक कौशल की जांच करने के लिए एक छोटा-सा मानसिक स्थिति परीक्षण कर सकता है. ये परीक्षण आपके डॉक्टर को यह जानने में मदद करेगा कि क्या आपके मस्तिष्क के सीखने, याद रखने, सोच या योजना बनाने में शामिल हिस्सों में समस्याएं हैं या नहीं

ब्रेन इमेजिंग

मस्तिष्क की इमेजिंग से यह पता लगाने में आसानी होगी कि ऐसा तो नहीं ट्यूमर या स्ट्रोक के कारण अल्जाइमर जैसे लक्षण रोगी में दिख रहे हैं. यह रोग से जुड़े मस्तिष्क के परिवर्तनों को दिखाने में भी मदद कर सकता है. इसमें एमआरआई, सीटी स्कैन, पीईटी (positron emission tomography) शामिल हैं

ध्यान रखें यह सिंपल चीजें (Simple things to Do)

Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।) 

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