डीएनए हिंदी: अल्जाइमर (Alzheimer) एक न्यूरोलॉजिकल बीमारी है, जो आपने दिमाग को कमजोर कर देता है, जिसमें मस्तिष्क की कोशिकाएं मृत होने लगती हैं.लोगों की मेमोरी पावर कम होने लगती है. आपने अकसर लोगों को कहते सुना होगा कि वह चीजें भूल जाते हैं. हालिया एक अध्ययन में यह पाया गया है कि कोविड के बाद से यह बीमारी ज्यादा नजर आ रही है. डॉक्टरों का कहना है कि लोगों के दिमाग पर ऐसा असर हुआ है कि वह अपने सामने बैठे व्यक्ति का नाम तक भूल जाते हैं.
क्या है अल्जाइमर (What is Alzheimer disease in Hindi)
इस बीमारी को किसी उम्र के दायरे में बांधा नहीं जा सकता है. बार बार चीजें भूल जाना यह कोई आम बात नहीं है, यह अल्जाइमर के लक्षण हो सकते हैं. यह रोग दुनियाभर में तेजी से बढ़ते न्यूरोलॉजिकल विकारों में से एक है.इसे डिमेंशिया का सबसे सामान्य टाइप भी माना जाता है.आईए आज हम इस बीमारी के लक्षण पर बात करते हैं.इसके साथ ही आप अपनी याद्दाश्त को कैसे मजबूत रख सकते हैं इसपर कुछ टिप्स देते हैं.
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लक्षण
- याद्दाश्त कमजोर होना
- लिखने में परेशानी होना
- कुछ समझ न आना
- खुद की साफ सफाई में कमी
- अकेले रहना पसंद करना
- चीजें पहचानने में दिक्कत
- सामने बैठे व्यक्ति का नाम भूल जाना
- अच्छे सपने न आना
- मेमोरी कमजोर हो जाना
- फैसले लेने में दिक्कत आना
- व्यवहार में परिवर्तन दिखाई देना
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कैसे करें अल्जाइमर से बचाव- (How To Prevent Alzheimer in Hindi)
यह कोई बड़ी बीमारी नहीं है बल्कि अपनी लाइफस्टाइल, शारीरिक और मानसिक संतुलन से ही आप इससे काफी हद तक निजात पा सकते हैं.
शारीरिक और न्यूरोलॉजिकल टेस्ट
आपका डॉक्टर एक शारीरिक परीक्षण करेगा और न्यूरोलॉजिकल टेस्ट करेगा जिससे यह पता चल सकता है कि आपको यह बीमारी है नहीं
- मांसपेशियों की ताकत और टोन
- कुर्सी से उठने और पूरे कमरे में चलने की क्षमता
- देखने और सुनने की क्षमता
- समन्वय
- संतुलन
- लैब परीक्षण
- रक्त परीक्षण
ब्लड टेस्ट से डॉक्टर मेमोरी लॉस और भ्रम के अन्य संभावित कारणों जैसे कि थायरॉइड विकार या विटामिन की कमी के बारे में बता सकते हैं.
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मानसिक स्थिति और न्यूरोसाइकोलॉजिकल परीक्षण
आपका डॉक्टर आपकी याददाश्त और अन्य मानसिक कौशल की जांच करने के लिए एक छोटा-सा मानसिक स्थिति परीक्षण कर सकता है. ये परीक्षण आपके डॉक्टर को यह जानने में मदद करेगा कि क्या आपके मस्तिष्क के सीखने, याद रखने, सोच या योजना बनाने में शामिल हिस्सों में समस्याएं हैं या नहीं
ब्रेन इमेजिंग
मस्तिष्क की इमेजिंग से यह पता लगाने में आसानी होगी कि ऐसा तो नहीं ट्यूमर या स्ट्रोक के कारण अल्जाइमर जैसे लक्षण रोगी में दिख रहे हैं. यह रोग से जुड़े मस्तिष्क के परिवर्तनों को दिखाने में भी मदद कर सकता है. इसमें एमआरआई, सीटी स्कैन, पीईटी (positron emission tomography) शामिल हैं
ध्यान रखें यह सिंपल चीजें (Simple things to Do)
- व्यायाम करें, योगा करें जिससे आपके शरीर में खून का संचालन सही रहेगा और मस्तिष्क भी सुचारू रूप से चलता रहेगा
- शराब को सेहत के लिए हानिकारक माना जाता है अगर आप अल्जाइमर की समस्या से परेशान हैं तो शराब से दूरी बनाएं
- हरी सब्जियों में कई तरह के विटामिन, मिनरल पाए जाते हैं जो सेहत और दिमाग के लिए अच्छे माने जाते हैं.
- फलों को पोषक तत्वों का भंडार कहा जाता है. मौसम में आने वाली मौसमी फलों का सेवन कर दिमाग को ठंडा रखें.
- ग्रीन टी और फ्रूट जूस में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो दिमाग को शांत रख स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है.
- अगर आपको लगता है कि आपमें अल्जाइमर के लक्षण नजर आ रहे हैं तो आप मेडिटेशन करना शुरू कर दें.
- अकेले रहने से अल्जाइमर की समस्या और बढ़ सकती है. इसलिए लोगों से मिलना जुलना जारी रखें.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।)
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