Symptoms of Blood Cancer: ये हैं ब्लड कैंसर के शुरुआती लक्षण; कौन से परीक्षण किये जाने चाहिए?

ऋतु सिंह | Updated:Sep 15, 2024, 07:00 AM IST

ब्लड कैंसर के लक्षण

ब्लड कैंसर कई तरह के होते हैं जैस- ब्लड, अस्थि मज्जा और लसीका प्रणाली के कैंसर. तीनों ही कैंसर के कुछ शुरुआती संकेत कॉमन होते हैं. अगर आपको कोई एक भी दिक्कत इन संकेतों में से महसूस हो रही तो तुरंत कुछ टेस्ट करा डॉक्टर से मिलें.

कैंसर का नाम आते ही हर किसी के पसीने छूट जाते हैं. कैंसर एक जीवन और मृत्यु संघर्ष है. मशहूर एक्ट्रेस हिना खान इस वक्त ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही हैं. बहुत कम लोग ही कैंसर पर काबू पा पाते हैं. इस जानलेवा बीमारी के लक्षण आसानी से नजर नहीं आते. इस दुनिया में ब्लड कैंसर के बहुत सारे मरीज हैं.

मेडिकल भाषा में इसे हेमेटोलॉजिकल कैंसर कहा जाता है. इसमें कई प्रकार के कैंसर शामिल हैं, जैसे ब्लड, अस्थि मज्जा और लसीका प्रणाली के कैंसर. इनमें ल्यूकेमिया, लिम्फोमा और मायलोमा जैसे कैंसर शामिल हैं, जिनके शुरुआती लक्षण अक्सर अस्पष्ट होते हैं. इसके अलावा, ये अन्य सामान्य बीमारियों की तरह ही दिखते हैं. इसलिए कैंसर का रिकॉर्ड आसानी से नजर नहीं आता. ब्लड कैंसर का पता कुछ जांचों के बाद ही चल पाता है. 

ब्लड कैंसर के लक्षण

1. अचानक और असाधारण थकान

ब्लड कैंसर का पहला और सबसे आम लक्षण अत्यधिक थकान है. यह थकान बिना किसी स्पष्ट कारण के आती है और आराम करने के बाद भी दूर नहीं होती है. अगर आप लगातार थकान महसूस कर रहे हैं और पता नहीं क्यों, तो यह ब्लड कैंसर का शुरुआती लक्षण होने की संभावना है. 

2. बार-बार संक्रमण होना

ब्लड कैंसर शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर देता है. जिससे बार-बार संक्रमण होता है. मरीजों को बार-बार सर्दी, फ्लू या अन्य संक्रमण हो सकता है और ठीक होने में सामान्य से अधिक समय लग सकता है. अगर आप बार-बार बीमार पड़ रहे हैं तो यह आपके लिए चेतावनी का संकेत हो सकता है. 

3. शरीर पर अचानक नीले निशान पड़ना या खून निकलना

यदि आपके शरीर पर बिना किसी स्पष्ट कारण के नीले धब्बे हैं, या बार-बार नाक से खून आ रहा है या मसूड़ों से खून आ रहा है, तो यह ब्लड कैंसर का संकेत हो सकता है. यह समस्या शरीर में प्लेटलेट्स की कमी के कारण होती है, जो ब्लड के थक्के बनने में मदद करते हैं. 

4.सूजी हुई लिम्फ नोड्स

यदि आपकी गर्दन, बगल या कमर में लिम्फ नोड्स में सूजन है, तो यह लिम्फोमा का संकेत हो सकता है. जो एक प्रकार का ब्लड कैंसर है. इन सूजी हुई गांठों में दर्द तो नहीं होता, लेकिन इन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है. 

5. हड्डियों में दर्द होना

कुछ ब्लड कैंसर, जैसे मायलोमा, हड्डियों में दर्द पैदा कर सकते हैं, खासकर पीठ या पसलियों में. अगर आपकी हड्डियों में लगातार दर्द रहता है तो इसे गंभीरता से लें और डॉक्टर से सलाह लें.

6. त्वचा का पीला पड़ना या कमज़ोर होना

ब्लड कैंसर के कारण लाल ब्लड कोशिकाओं की संख्या में कमी हो सकती है, जिससे एनीमिया हो सकता है. इससे त्वचा का पीला पड़ना, सांस लेने में तकलीफ और चक्कर आना जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ये लक्षण होने पर तुरंत जांच कराएं.

7. बिना कारण बार-बार बुखार आना 

बिना किसी स्पष्ट कारण के बुखार और रात को पसीना आना भी ब्लड कैंसर का संकेत हो सकता है. ये लक्षण बिना किसी स्पष्ट कारण के बार-बार आते-जाते रहते हैं. तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं. 

ब्लड कैंसर परीक्षण

* पूर्ण ब्लड गणना (सीबीसी) : यह परीक्षण ब्लड में लाल ब्लड कोशिकाओं, सफेद ब्लड कोशिकाओं और प्लेटलेट्स के स्तर को मापता है. असामान्य संख्याएं ब्लड कैंसर का संकेत दे सकती हैं.
* अस्थि मज्जा बायोप्सी: इस प्रक्रिया में, अस्थि मज्जा का एक छोटा सा नमूना निकाला जाता है और कैंसर कोशिकाओं की उपस्थिति की जांच की जाती है.
* इमेजिंग परीक्षण : शरीर के अन्य हिस्सों में कैंसर के लक्षणों की जांच के लिए एक्स-रे, सीटी स्कैन या पीईटी स्कैन का उपयोग किया जाता है.
* साइटोजेनेटिक परीक्षण : यह परीक्षण ब्लड कैंसर का पता लगाने के लिए ब्लड या अस्थि मज्जा कोशिकाओं के गुणसूत्रों की जांच करता है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)  

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