डायबिटीज (Diabetes) जीवनशैली से जुड़ी एक गंभीर समस्या है, जो आजकल लोगों में बहुत ही तेजी से बढ़ रही है. खासतौर से भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और इसका सबसे बड़ा कारण है खराब लाइफस्टाइल और खानपान की गलत आदतें. यह एक ऐसी गंभीर समस्या है जो अपने साथ ढेरों बीमारियां लेकर के आती है, इन्हीं में से एक है डायबिटिक न्यूरोपैथी (Diabetic Neuropathy). हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, लंबे समय तक शुगर लेवल (Sugar Level) हाई रहने से डायबिटीज के मरीजों को डायबिटिक न्यूरोपैथी का सामना करना पड़ता है. आइए जानते हैं इसके बारे में....
क्या है डायबिटिक न्यूरोपैथी?
हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि डायबिटिक न्यूरोपैथी एक नर्व डैमेज (Nerve Damage) से जुड़ी समस्या है, जिसका प्रभाव ज्यादातर हाथ, पैर की नसों और तलवों में देखने को मिलती है और जिन लोगों का डायबिटीज कंट्रोल में नहीं रहता उनमें ये दिक्कत ज्यादा देखने को मिलती है. ऐसी स्थिति में शरीर की तमाम नसें बढ़े हुए शुगर लेवल की वजह से डैमेज होने लगती हैं. बता दें कि ज्यादातर इसके लक्षण पैरों और हाथों में नजर आते हैं.
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क्या हैं डायबिटिक न्यूरोपैथी के लक्षण
हार्ट रेट बढ़ना- डायबिटिक न्यूरोपैथी में मरीज का हार्ट रेट बढ़ने लगता है जिससे ब्लड सर्कुलेशन पर भी असर पड़ता है.
सेंस ऑफ टच का खोना- यह बिमारी सबसे पहले नर्वस सिस्टम पर असर डालती हैं और नर्व डैमेज का कारण बनती हैं. ऐसी स्थिति में हाथ पैरों का सेंस ऑफ टच खोने लगता है.
हाथ,पैर सुन्न होना- नर्व डैमेज के चलते हाथ पैर सुन्न होने लगते हैं.
अपच, उल्टी, थकान या चक्कर आने कि समस्या- इसके कारण पूरी बॉडी को कमज़ोर होने लगती है, जिससे डाइजेशन में परेशानी और थकान जैसी समस्या बढ़ जाती है.
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पैरों में जलन की समस्या- इसके अलावा अगर आपको डाइबिटीज है और रात को हाथ पैरों में जलन होती है तो यह डायबिटिक न्यूरोपैथी का संकेत हो सकता है.
कैसे ठीक करें डायबिटिक न्यूरोपैथी
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक डायबिटिक न्यूरोपैथी का सबसे पहला उपचार है हेल्दी डाइट खाना और एक्सरसाइज करना, ऐसी स्थिति में ब्लड शुगर के स्तर को जितना हो उतना नॉर्मल रखने की कोशिश करनी चाहिए. इसके लिए नियमित रूप से अपनी शुगर लेवल की जांच कराते रहना बहुत ही जरूरी है.
Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.
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