खांसी (Cough) की समस्या को आमतौर पर लोग बहुत हल्के में लेते हैं. लेकिन, खांसी अगर लगातार कई हफ्तों तक बनी रहे तो इसे भूलकर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. खासतौर से तब, जब आपको ये समस्या रात में बेड (Cough At Night) पर लेटते ही शुरू हो जाती है. आमतौर पर रात में होने वाली खांसी दिन में होने वाली खांसी से (Coughing At Night) बहुत ज्यादा कष्टकारी और दर्दनाक होती है. इसके कारण सांस लेने में कठिनाई, सीने में दर्द और जकड़न की समस्या बढ़ जाती है.
साइनस, पॉल्यूशन, एलर्जी या बैक्टीरियल इंफेक्शन (What Cause Coughing At Night) जैसे कई कारण हैं, जो खांसी की समस्या को बढ़ाते हैं. इसके अलावा अन्य कई और कारण भी हैं जो रात में खांसी आने की वजह बनते हैं...
अस्थमा (Asthma)
अस्थमा के कारण एयरवेज में सूजन होती है, जिससे सांस लेने में कठिनाई के साथ घरघराहट और खांसी की समस्या बढ़ जाती है. अस्थमा की बीमारी में खांसी रात और सुबह के समय होती है. खांसी के साथ इस स्थिति में सांस लेने में तकलीफ और जकड़न हो सकती है.
निमोनिया (Pneumonia)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक निमोनिया होने पर भी कई बार रात में सोते वक्त खांसी आ सकती है, ऐसी स्थिति में बुखार, ठंड, सांस लेने में परेशानी और सीने में दर्द की समस्या हो सकती है. बताते चलें कि निमोनिया एक बैक्टीरियल इंफेक्शन है जो धीरे-धीरे शरीर में बढ़ सकता है.
गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (Gastroesophageal Reflux Disease)
पेट में जब एसिड आपके एसोफैगस में वापस आ जाता है, तब यह समस्या होती है. ऐसे में अगर आपको केवल रात में खांसी आ रही है तो एसिड रिफ्लक्स इसके लिए जिम्मेदार हो सकता है. दरअसल जब हम रात में सोने के लिए लेटते हैं तो पेट में एसिड घूमता है और गले की नसों में आकर खांसी का कारण बनता है. इसके कारण सांस लेने में कठिनाई और छाती में दर्द हो सकता है.
पोस्ट नेसल ड्रिप के कारण (Post Nasal Drip)
अपर एयरवे कफ सिंड्रोम, जिसे पोस्ट नेसल ड्रिप कहा जाता है, यह पुरानी खांसी के सबसे आम कारणों में से एक है और ये खांसी गले में फंसे म्यूकस के टपकने के कारण हो सकती है. दरअसल इससे गले में गुदगुदी होती है और खांसी ट्रिगर करती है. खांसी के अलावा आंखों में खुजली, छींकना और कन्जक्शन पोस्टनेसल ड्रिप के लक्षण हो सकते हैं.
रात में खांसी आए तो क्या करें (Night Cough Treatment)
रात में अगर आपको खांसी की समस्या हो रही है तो इस स्थिति में आप शहद और अदरक के रस का सेवन कर सकते हैं, इसके अलावा गर्म पानी पीने, कफ सीरप, खुली हवा में टहलने नेबुलाइजर, स्टीम लेने और लौंग के सेवन से इस समस्या से आराम मिल सकता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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