बच्चों में नॉन अल्कोहोलिक फैटी लिवर (Fatty Liver) जैसी गंभीर बीमारी का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह समस्या तब होती है, जब बच्चों के लिवर सेल्स में अधिक फैट जमा हो जाता है. इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण है इनएक्टिव लाइफस्टाइल, पैश्चराइज्ड फूड आइटम्स, एक्स्ट्रा शुगर और अनहेल्दी फैट (Non Alcoholic Fatty Liver In Children) वाले डाइट के अधिक सेवन.
नॉन अल्कोहोलिक फैटी लिवर (Fatty Liver) के कारण बच्चों को कई तरह की गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसे में समय रहते इसके लक्षणों की पहचान कर इसका इलाज कराना बहुत ही जरूरी है, ताकि बच्चे इससे होने वाले गंभीर नुकसान से बचे रहें...
बच्चों में क्यों बढ़ रही ये गंभीर समस्या
हाल ही में फैटी लिवर पर आई एक ताज़ा स्टडी के मुताबिक बड़ी उम्र की बीमारी समझी जाने वाली फैटी लिवर की दिक्कत अब छोटे छोटे बच्चों पर अटैक कर रही है और इसकी बड़ी वजह है शुगर का ज़्यादा इनटेक. इसके अलावा खराब खानपान जैसे तलाभुना, जंकफूड जैसी चीजों के सेवन से भी ये दिक्कत हो रही है...
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बच्चों में क्या हैं फैटी लिवर के लक्षण
- थकान और कमजोरी की समस्या
- मोटापा या अधिक वजन होना
- पेट में दर्द की समस्या
- भूख कम लगना या वजन कम होने की समस्या
- पीलिया
- सांस फूलना
- पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में, लीवर में बेचैनी होना
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बच्चों के फैटी लिवर की समस्या कैसे दूर करें
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर बच्चे का इलाज सही समय से शुरू कर दिया जाए तो इससे लिवर को डैमेज होने से बचाया जा सकता है. इस समय जीवनशैली में बदलाव कर फैटी लिवर की समस्या को दूर किया जा सकता है. आइए जानते हैं डॉक्टर की दवाओं के साथ आप इस समय बच्चे की लाइफस्टाइल में क्या बदलाव कर सकते हैं..
- इससे बचाव के लिए बच्चे को नियमित व्यायाम कराएं
- साथ ही बाहर खेलने को प्रोत्साहित करें
- वजन को नियंत्रित रखने की कोशिश करें
- बच्चे को संतुलित आहार दें
- साथ ही बच्चों की डायबिटीज को नियंत्रित रखें
- न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह ले सकते हैं.
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(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.
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