खानपान की गलत आदतें और खराब लाइफस्टाइल के कारण अक्सर लोगों को अपच, एसिडिटी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, वहीं कई लोगों को इसके कारण सीने में या गले में जलन की समस्या होने लगती है. मेडिकल की भाषा में इसे हार्टबर्न (Heartburn) या एसिड रिफ्लक्स (Acid Reflux) कहा जाता है. यह समस्या बहुत ही काॅमन है लेकिन, इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए.
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यह समस्या कई बार गलत तरीके से सोने के (Sleeping Position) कारण भी हो सकती है. ऐसे में इसपर खास ध्यान देना बहुत ही जरूरी है. आइए जानते हैं किस पोजीशन में सोने से सीने या गले में जलन या एसिड रिफ्लक्स की समस्या हो सकती है.
पहले जान लें एसिड रिफ्लक्स क्या है
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक एसिड रिफ्लक्स या हार्ट बर्न डाइजेशन से जुड़ी एक परेशानी है, ऐसी स्थिति में जो एसिड हमारे भोजन को पचाने के लिए होते हैं वो फूड पाइप यानी ओएसोफेगस के जरिए हमारे गले तक आ जाती है और इससे परेशानी पैदा होने लगती है.
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क्या हैं इसके लक्षण?
- पेट के एसिड का गले तक आना
- गले में खट्टापन
- सीने या गले में जलन का अहसास
- भोजन निगलने में दिक्कत
जानें क्यों होती है गले में जलन?
बता दें कि हमारे पेट में फूड को डाइजेस्ट करने के लिए जो एसिड (जिसे पाचन रस के रूप में भी जाना जाता है) रिलीजल होते हैं. ऐसे में जब भोजन फूड पाइप ये पेट की तरफ जाने लगता है तो इसोफेजियल स्फिंक्चर नामक एक वाल्व खुलती है, जिससे भोजन स्टमक तक पहुंच जाता है. ऐसे में जब एसिड की मात्रा अधिक होती है तो ये वापस फूड पाइप से गले की तरफ जाने लगता है जिससे हार्ट बर्न की समस्या होने लगती है.
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इस पोजीशन में सोने से होती है दिक्कत
गले में जलन का रिश्ता आपके स्लीपिंग पोस्चर से भी जुड़ा हुआ होता है, हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक जो व्यक्ति पेट या पीठ के बल ज्यादा सोते हैं, उनमें एसिड रिफलक्स की संभावनाएं काफी ज्यादा बढ़ जाती है. इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट्स करवट ले कर ही सोने की सलाह देते हैं ताकि ऐसी परेशानियों से बचा जा सके.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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