Indoor Allergy: गले में दर्द-जलन की समस्या का कारण बनती है एलर्जी, बढ़ता है इन बीमारियों का खतरा, ऐसे करें बचाव

Written By Abhay Sharma | Updated: May 14, 2024, 10:46 AM IST

इनडोर एलर्जी

इनडोर एलर्जी पर अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो इसके कारण अस्थमा, एलर्जिक राइनाइटिस और साइनसाइटिस जैसी सांस से जुड़ी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं, आइए जानते हैं इससे बचाव कैसे करें.

आजकल लोगों में एलर्जी की समस्या काफी ज्यादा देखने को मिल रही है, इसके कारण लोगों के गले में दर्द, जलन-चुभन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक एलर्जी एक ऐसी गंभीर समस्या है जो की घर में बैठे-बैठे भी हो सकती है. ऐसे में इसे भूलकर भी इनडोर एलर्जी (Indoor Allergy) को अनदेखा नहीं करना चाहिए. 

क्योंकि अगर इस पर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो इसके कारण अस्थमा, एलर्जिक राइनाइटिस और साइनसाइटिस जैसी सांस से जुड़ी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं. गर्मी के मौसम में यह समस्या और ज्यादा बढ़ जाती है.

इनडोर एलर्जी

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक बढ़ते तापमान के साथ इनडोर पॉल्यूशन यानी घर के अंदर के प्रदूषकों को लेकर भी सावधानी बरतना जरूरी है. क्योंकि धूल के कण, फफूंद, पालतू जानवरों के बाल और शुष्क हवाएं एलर्जी को ट्रिगर कर सकती हैं. ऐसे में इससे छींक, खांसी, नाक बंद होने, गले में दर्द, घरघराहट जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. 

 

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इतना ही नहीं लंबे समय तक इनडोर एलर्जी में रहने से सांस से जुड़ी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं और इसका असर नींद की गुणवत्ता पर भी पड़ सकता है. 

ऐसे करें बचाव
 
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक घर के अंदर मौजूद प्रदूषकों से बचने के लिए समय-समय पर अच्छी तरह साफ-सफाई करें और फर्श, कालीन और हर चीज को बारीकी से साफ करें.

- इसके अलावा कमरे में हवा ठीक तरह आए, इसकी व्यवस्था बनाना जरूरी है. इसके लिए वेंटिलेंशन को बेहतर बनाएं और चादरों को समय-समय पर जरूर बदलें.

कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि बाहर के प्रदूषण की तरह घर के अंदर वाले प्रदूषण भी खतरनाक हो सकते हैं. इसलिए घर के अंदर की हवा को साफ बनाए रखना और कमरे में धूम्रपान करने से बचना चाहिए. साथ ही गमलों में पौधे लगाना चाहिए.

इसके अलावा जिन लोगों को सांस से जुड़ी समस्याएं हैं उनमें डिहाइज्रेशन की समस्या भी हो सकती है. इसलिए ध्यान रखें कि पानी पीना कम न करें, क्योंकि इसकी वजह से वायुमार्ग में सूखापन और जलन की समस्या हो सकती है. 

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)

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