Spleen in Body: अगर तिल्ली का बढ़ गया आकार, तो इग्नोर न करें, जानिए तिल्ली कितना जरूरी अंग है

| Updated: Jul 27, 2022, 12:47 PM IST

Spleen in Body in Hindi: तिल्ली शरीर का अहम अंग है जो खून को कोशिकाओं तक पहुंचाता है, कैंसर या फिर किसी और बीमारी की वजह से अगर स्प्लीन का आकार बढ़ गया है तो और दूसरी बीमारी हो जाएगी, जानिए क्या है यह और कैसे काम करती है

डीएनए हिंदी: प्लीहा को हिंदी में तिल्ली कहते हैं और अंग्रेजी में स्प्लीन (Spleen) कहा जाता है. यह शरीर के अंदर का एक अंग है जो बाईं ओर पसलियों (Ribs) के नीचे होता है. शरीर में इंफेक्शन, कैंसर,(Cancer) लिवर (Liver) जैसी कोई भी समस्या होने से तिल्ली की साइज बढ़ जाती है (Spleen size increase) और फिर शरीर को और नुकसान पहुंचता है.

हालांकि लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं और समझ भी नहीं पाते हैं लेकिन इसका तुरंत इलाज करवाना बहुत जरूरी होता है.खान पान में गड़बड़ी की वजह से तिल्ली की समस्या बढ़ जाती है. आईए जानते हैं तिल्ली के आकार बढ़ने से क्या होता है, क्या हैं इसके लक्षण और कैसे करें उपचार 

लक्षण (Symptoms of oversized Spleen)

तिल्ली बढ़ने के लक्षण दिखाई नहीं देते, पेट के बाएं हिस्से में ऊपर की ओर दर्द होना या भारीपन होना 
बिना खाए पेट भरा सा लगना
खून की कमी, एनीमिया
थकान या कमजोरी 
बार बार मलेरिया या कोई इंफेक्शन का होना 

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कारण (Causes of Spleen Problem)

स्प्लीन का कार्य बढ़ने पर यानी किसी रोग के कारण जब शरीर की जरूरत बढ़ती है तो इसका आकार भी बढ़ जाता है, जैसे थैलेसीमिया सिंड्रोम, ब्लड कैंसर, ल्यूकीमिया जैसे रोगों में रक्त कणिकाओं की संख्या ज्यादा हो जाती है और इन्हें नष्ट करने के लिए तिल्ली को क्षमता से ज्यादा रक्त बनाना पड़ता है. मलेरिया, कालाजार, वायरल हेपेटाइटिस, ट्यूबरक्यूलोसिस जैसे संक्रमण में तिल्ली प्रभावित होने लगती है जिससे उसका आकार बढ़ जाता है.

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स्प्लीन क्या करती है 

शरीर में ब्लड सप्लाई का काम स्प्लीन करती है, ऐसे में इस अंग से जब ब्लड जाने और आने वाली कोशिकाओं में बाधा आती है जैसे किसी कारण से खून के थक्के जमने लग जाते हैं तो यह दिक्कत होती है. इस स्थिति में आकार बढ़ने से कई बार तिल्ली फट जाती है

शरीर में किसी भी तरह के इंफेक्शन, लिवर, सिरोसिस और कैंसर जैसी समस्या होने से तिल्ली भी खतरे में आ जाती है. 

अगर किसी व्यक्ति को गैस या हेपेटाइटिस है तो तुरंत इसका इलाज कराएं. अगर तिल्ली 20 सेमी से ज्यादा बढ़ गई तो दिक्कत हो सकती है 

आप चाहें तो खून की जांच करवा सकते हैं, एमआरआई और सीटी स्कैन भी करवा सकते हैं 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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