डीएनए हिंदी: Migraine Home Remedies- आपने कई बार सुना होगा कई लोग कहते हैं कि उन्हें आधे सिर में दर्द (Half Headache) होता है, ये आधा हिस्सा कोई भी हो सकता है, बाईं या दाहिने ओर का हिस्सा भी हो सकता है. इसे अधकपारी रोग कहते हैं, ये बहुत ही घातक सिर दर्द है. ऐसा होने से कुछ भी करने की इच्छा नहीं होती है. इसके पीछे कई कारण होते हैं, आज हम आपको इसके कारण और घरेलू उपाय से रू-ब-रू कराते हैं ताकि आप इससे निजात पा सकें.
इस तरह के दर्द को क्लस्टर सिरदर्द भी कहते हैं, मतलब पूरे हिस्से में नहीं लेकिन सिर के कुछ हिस्से में दर्द होना, टेंशन, तनाव, चिंता, नींद पूरी न होने के कारण, माइग्रेन या फिर मांसपेशियों में खिचाव के कारण भी ये दर्द होता है. अधिकतर लोग सिरदर्द को बस माइग्रेन के पेन से ही जोड़ते हैं, ज्यादातर यही होता है लेकिन इसके पीछे कई और कारण भी होते हैं. ये अलग तरह का दर्द भी हो सकता है. दर्द 48 घंटों से ज्यादा रहता है तो फिर गंभीर समस्या हो सकती है. ऐसे में सिर्फ टैबलेट से राहत नहीं मिलती है, डॉक्टर की सलाह लें और जरूरी उपाय करने चाहिए.
माइग्रेन के कारण (Causes of Migraine)
सिर में ठीक से ब्लड सर्कुलेशन नहीं होना
नींद पूरी न होना
ऑक्सीजन कम पहुंचना
ज्यादा तनाव, अनहेल्दी डाइट
हॉर्मोनल चेंजेज, सिर में कुछ केमिकल का बदलाव
जेनेटिक कारण
तेज रोशनी से परेशानी होना
एलोपैथिक दवाओं के साइड इफेक्ट्स की वजह से ऐसा दर्द होता है
विटामिन्स की कमी, शरीर में पानी की कमी होने से भी ऐसा होता है
घरेलू उपाय (Home Remedies to Cure Migraine)
गुड़ और दूध का सेवन
इस तरह के दर्द में गुड़ के साथ दूध का सेवन करना फायदेमंद है. रोज सुबह उठने के बाद खाली पेट छोटा सा गुड़ का टुकड़ा मुंह में रखें और उसके ऊपर से ठंडा दूध पी लें. रोज सुबह इसके सेवन से माइग्रेन के दर्द में काफी आराम मिलेगा
अदरक
अदरक में एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, इसकी वजह से रोजाना अदरक का सेवन करना लाभकारी माना जाता है. अदरक का टुकड़ा मुंह में रखें और उसका रस लेते रहें, इसके अलावा इसकी चाय या काढ़ा बना सकते हैं, इससे आधे सिर के दर्द में आराम मिलता है.
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दालचीनी और लौंग
दालचीनी और लौंग गुणों से भरपूर है, किचन के मसालों में ये दोनों अवश्य पाए जाते हैं. दालचीनी और लौंग दोनों में एंटी इंफ्लेमटरी गुण मौजूद हैं, दोनों के सेवन से सिर दर्द कम होता है. सुबह सुबह या फिर रात में सोते वक्त लौंग या दालचीनी का पाउडर काढ़ा बनाकर पिएं या फिर गर्म पानी के साथ ऐसे ही फांकने से माइग्रेन के दर्द में राहत मिलती है
सिकाई करें
गर्म या ठंडी सिकाई से बहुत फायदा मिलता है. सिकाई से सिर में सूजन आने वाली नसें शांत हो जाती हैं, मांसपेशियों में आराम मिलता है. हिटिंग पैड या पानी के गर्म बैग से सिकाई कर सकते हैं.
तेल की मालिश
बालों के अंदर, कंधे, पीठ में मालिश करने से मांसपेशियों को आराम मिलता है और धीरे धीरे दर्द कम होता है. हल्के हाथों से सिर के अंदर की नसों की मालिश करें.
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आयुर्वेदिक इलाज
आयुर्वेद के पास हर किसी बीमारी का इलाज है लोकिन कुछ खास जड़ी-बूटी से तैयार काढ़ा और तेल का इस्तेमाल करने से माइग्रेन में आराम मिलता है. गुनगुना काढ़ा और साथ ही तेल सिर पर डाला जाता है, 15 से 20 मिनट की इस प्रक्रिया से पीड़ित को राहत मिलता है. ये पूरी प्रक्रिया 25 से 30 दिनों तक चलती है, इसमें पूरी बॉडी को स्टीम बाथ दिया जाता है साथ ही कई अन्य प्रक्रियाएं भी की जाती है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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