Cardiophobia क्या होता है? जिसमें व्यक्ति को सताने लगता है Heart Attack का डर, जानें लक्षण और इलाज

Written By Abhay Sharma | Updated: Mar 28, 2024, 04:47 PM IST

कार्डियोफोबिया क्या होता है? जानें लक्षण

Cardiophobia एक ऐसी स्थिति है, जिसमें व्यक्ति दिल की धड़कन अनियमित होने पर भी डर जाता है और सीने या बाहों में होने वाले नॉर्मल दर्द को हार्ट अटैक का संकेत मान बैठता है. 

आजकल लोगों में हार्ट अटैक (Heart Attack) की समस्या तेजी से बढ़ रही है. पिछले दिनों सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो देखने को मिले हैं, जिसमें कोई डांस करते-करते जमीन पर गिर पड़ता है, तो कोई अचानक से कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest) का शिकार हो जाता है. ऐसे में लोगों के बीच हार्ट अटैक को लेकर एक डर बैठ गया है. लेकिन, आपके भीतर बैठा ऐसा डर आपको कार्डियोफोबिया (Cardiophobia) का शिकार बना सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यह ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति दिल की धड़कन अनियमित होने पर भी डर जाता है और सीने या बाहों में होने वाले नॉर्मल दर्द को हार्ट अटैक का संकेत मान बैठता है. 

दरअसल कार्डियोफोबिया में कार्डियो का मतलब दिल से जुड़ा होता है और फोबिया (Phobia) का मतलब होता है डर, ऐसी स्थिति में दिल का दौरा पड़ने जैसा दिल की बीमारी होने और इससे मरने का डर होता है. आइए जानते हैं क्या हैं इसके लक्षण और इसका इलाज...

क्या हैं कार्डियोफोबिया के लक्षण?

  • सीने में दर्द और भारीपन होना
  • उल्टे हाथ की ओर दर्द होना 
  • जबड़े में दर्द की समस्या
  • पेट के ऊपरी हिस्से के बीच या उल्टे हाथ की ओर दर्द बढ़ना
  • पसीना आना, बेचैनी और घबराहट की समस्या
  • एंग्जाइटी होना
  • दिल की धड़कन तेज होना
  • सिर चकराना
  • हाई ब्लड प्रेशर की समस्या
  • बेहोशी 
  • कंपकंपी होना

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क्या है कार्डियोफोबिया के कारण

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक कार्डियोफोबिया होने के कई कारण हो सकते हैं, घर में किसी की मृत्यु हृदय रोग से हुई हो, उच्च कोलेस्ट्रॉल, बीपी या सांस की समस्या हो तो आपको यह समस्या हो सकती है. ऐसी स्थिति में रोगी को दौरा पड़ने की संभावना होती है.
 
जानें क्या है कार्डियोफोबिया का इलाज

कार्डियोफोबिया के इलाज के लिए किसी मनोवैज्ञानिक से मिल सकते हैं, इसके अलावा दिल की अच्छी सेहत सुनिश्चित करने के लिए आप साल में दो बार चेकअप करवा सकते हैं, ऐसा करने से आपको दिल की बीमारी का भी डर नहीं रहेगा. वहीं गहरी सांस लेने के साथ व्यायाम और ध्यान करने से भी इस समस्या से छुटकारा मिल सकता है.

Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.

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