हमेशा सिरदर्द और नाक रहती है बंद तो इस गंभीर बीमारी के हो सकते है मरीज

Written By आदित्य कटारिया | Updated: Aug 09, 2024, 07:54 PM IST

सांकेतिक तस्वीर

अक्सर बदलते मौसम के कारण लोग साइनसाइटिस जैसी गंभीर समस्या से परेशान रहते हैं. आइए जानते हैं इसके लक्षण क्या हैं और इसका इलाज कैसे किया जा सकता है.

साइनसाइटिस(sinusitis) एक आम स्वास्थ्य समस्या है जो नाक के आस-पास की हड्डियों में स्थित साइनस में सूजन और संक्रमण के कारण होती है. ये साइनस हवा से भरे होते हैं और बलगम बनाते हैं, जो नाक को साफ रखने में मदद करता है. जब ये साइनस सूज जाते हैं, तो बलगम का निकलना मुश्किल हो जाता है और बैक्टीरियल या वायरल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. आइए यहां जानते हैं कि इसके लक्षण क्या हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है.

साइनसाइटिस के लक्षण

  • सिरदर्द साइनसाइटिस का सबसे आम लक्षण है, खास तौर पर चेहरे के ऊपरी हिस्से में तेज दर्द.
  • साइनसाइटिस के कारण नाक से सांस लेना बहुत मुश्किल हो जाता है.
  • नाक से पीले या हरे रंग का पानी बहता है.
  • आंखों के आसपास, गालों पर या माथे पर दर्द होता है.
  • इसमें दांतों के ऊपरी हिससे में दर्द होता है.
  • हल्का बुखार
  • लगातार थकान महसूस होना.
  • सूखी या बलगम वाली खांसी होना.
  • सांस से बदबू आना.
  • खाने का स्वाद या गंध महसूस न कर पाना.

साइनसाइटिस के कारण

  • सर्दी और फ्लू जैसे वायरल संक्रमण साइनसाइटिस का सबसे आम कारण है.
  • बैक्टीरिया भी साइनसाइटिस का कारण बन सकते हैं.
  • धूल, पराग या जानवरों के रोएं जैसी एलर्जी साइनस को सूज सकती है.
  • नाक की हड्डियों में विकृति या नाक के पॉलिप्स साइनसाइटिस का कारण बन सकते हैं.
  • कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों में साइनसाइटिस का खतरा अधिक होता है.

यह भी पढ़ें:गर्दन में दर्द और अकड़न से हैं परेशान तो फॉलो करें ये टिप्स, मिनटों में मिलेगा आराम


साइनसाइटिस से बचाव के उपाय

  • साइनसाइटिस से पूरी तरह बचाव करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन कुछ उपायों से इसके खतरे को कम किया जा सकता है.
  • संतुलित आहार लेना, नियमित व्यायाम करना और पर्याप्त नींद लेने से साइनसाइटिस के जोखिम को कम किया जा सकता है. 
  • बार-बार हाथ धोना संक्रमण को फैलने से रोक सकता है.
  • धूम्रपान से साइनस में जलन हो सकती है, इसलिए धूम्रपान से बचें.
  • गर्म चाय या सूप पीने से नाक के मार्ग खुल सकते हैं और साइनसाइटिस का जोखिम कम हो सकता है.

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.