जंग में मारे गए इजरायली सैनिकों का क्यों निकाला जा रहा है Sperm? जानें इससे क्या होगा

Written By Abhay Sharma | Updated: Aug 22, 2024, 02:56 PM IST

सांकेतिक तस्वीर 

Sperm Retrieval Israel: इजरायल की सरकार युद्ध में मारे गए अपने सैनिकों के शरीर से शुक्राणु यानी स्पर्म निकालकर सुरक्षित रख रही है, जानें क्या है इसके पीछे की वजह?

इजरायल और हमास (Israel-Hamas War)की जंग में अबतक हजारों लोग अपनी जान गवां चुके हैं, जिनमें 700 से ज्यादा इजरायली सैनिक भी शामिल हैं. बता दें कि इजरायल (Israel) की सरकार युद्ध में मारे गए अपने सैनिकों के शरीर से शुक्राणु यानी स्पर्म निकालकर (Sperm) सुरक्षित रख रही है. हालांकि, इजरायल में अभी मृत्यु के बाद स्पर्म निकालने को लेकर कोई नियम व (Sperm Freezing) कानून नहीं है.  

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक 170 नौजवानों का स्पर्म रिट्रीवल (Sperm Retrieval) के बाद लैब में फ्रीज किया गया है, जिनमें कुछ आम नागरिक भी हैं. इसको लेकर देश में डिबेट छिड़ गई है.  इजरायल में पिछले साल अक्टूबर के बाद से युद्ध के चलते आम नागरिकों और सैनिकों के (Sperm Retrieval Israel) मारे जाने की संख्या बढ़ी है. साथ ही मृतकों के शरीर से स्पर्म निकालने का ट्रेंड भी बढ़ा है.

ऐसा क्यों कर रही है इजरायल की सरकार? 
बता दें कि इजरायल में युद्ध में मारे गए सैनिकों या आम नागरिकों स्पर्म रिट्रीव किया जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक किसी सैनिक के निधन के बाद आर्मी मृतक के परिवार वालों को इन्फॉर्म करती है और उनसे पूछती है कि क्या वह स्पर्म रिट्रीव करवाना चाहते हैं? इसके लिए परिवार से लिखित सहमति लिया जाता है, जिसके बाद ही शुक्राणु निकाला जाता है.

बता दें कि इसके पीछे का मकसद जंग में जान गंवाने वाले सैनिकों के स्पर्म से नया जीवन देने यानी स्पर्म से भविष्य में बच्चे पैदा करना है. इजरायली सैनिक ज्यादातर युवा होते हैं और इनके स्पर्म रिकवरी की संभावना ज्यादा होती है.  

मौत के बाद स्पर्म कैसे निकाला जाता है?
मौत के बाद जिनका स्पर्म रिट्रीव करना होता है, उनके अंडाशय में एक चीरा लगाकर उसमें से कोशिकाओं का एक छोटा हिस्सा निकालकर इसमें से जीवित शुक्राणु कोशिकाओं को निकाल लिया जाता है और फिर लैब में फ्रीज कर दिया जाता है. 

बता दें कि यह पूरी प्रक्रिया मौत के 24 घंटे के भीतर ही संभव है. मौत के बाद 24 घंटे के अंदर अगर कोशिकाएं निकाल ली जाएं तो भविष्य में बच्चे पैदा करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है.

देश में बन चुका है डिबेट का मुद्धा 
अब इजरायल में यह डिबेट का मुद्दा बन चुका है, दरअसल कुछ लोग मृत शरीर से स्पर्म निकालने के पूरी तरह खिलाफ हैं और कुछ लोगों का कहना है कि शव को पूरा दफनाना चाहिए. परिवारों को कोर्ट में यह साबित करने में टाइम चला जा रहा है कि मरने वाला व्यक्ति बच्चे चाहता था या नहीं.  

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.