डीएनए हिंदीः शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाए तो इससे किडनी फेल होने का खतरा बढ़ जाता है और गठिया जैसी बीमारी का खतरा भी. शरीर में यूरिक एसिड आखिर क्यों बढ़ता है? खास कर युवाओं में यूरिक एसिडोसिस का कारण क्या है. तो जान लें कि खान-पान की कुछ गलत आदतें ही इसके लिए जिम्मेदार हैं. हालांकी इसे प्राकृतिक रूप से नियंत्रित किया जा सकता है. आइए जानते हैं इनके बारे में.
यूरिक एसिड हमारे लीवर में बनने वाला एक अपशिष्ट उत्पाद है. यह रक्त के माध्यम से किडनी तक पहुंचता है और मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाता है. विशेषज्ञों के मुताबिक, पुरुषों में यूरिक एसिड का स्तर 4 से 6.5 तक होता है. महिलाओं में इसका स्तर 3.5 से 6 तक सामान्य माना जाता है. जब इसका स्तर सामान्य से अधिक होता है तो यह शरीर के विभिन्न हिस्सों में जमा हो जाता है. यूरिक एसिड बढ़ने पर हाथ-पैरों के जोड़ों में दिक्कत होने लगती है.
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एसिड रिफ्लक्स का क्या कारण है?
यूरिक एसिड बढ़ने के तीन मुख्य कारण हैं. जब किसी व्यक्ति के शरीर में यूरिक एसिड बनाने वाला एंजाइम ख़राब होता है तो इसका उत्पादन बढ़ जाता है. इससे हमारे शरीर में यूरिक एसिड जमा होने लगता है.
हाई यूरिक एसिड का दूसरा सबसे बड़ा कारण लिवर और किडनी की समस्या है. तीसरा कारण है नॉनवेज का अत्यधिक सेवन (मांसाहार खाना). जो लोग ज्यादा नॉनवेज खाते हैं उनमें यूरिक एसिड बढ़ जाता है. इसके अलावा, कुछ अन्य स्वास्थ्य स्थितियां भी यूरिक एसिड बढ़ाती हैं.
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क्या होता है अगर बहुत अधिक हो जाए शरीर में यूरिक एसिड है?
यूरिक एसिड बढ़ने पर हाथ-पैरों के जोड़ों में दिक्कत होने लगती है. गठिया जैसी समस्या होने लगती है, जिससे शरीर के छोटे-छोटे जोड़ों में दर्द होने लगता है. इससे पूरे शरीर में थकान और दर्द महसूस होता है. अगर लंबे समय तक यूरिक एसिड का स्तर बढ़ा हुआ रहे तो किडनी फेलियर, किडनी में पथरी और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है. यूरिक एसिड बढ़ने पर हृदय पर दबाव बढ़ता है और हृदय रोग हो सकता है.
यूरिक एसिड को कैसे नियंत्रित करें?
लाल मांस और ओमेगा 6 खाद्य पदार्थों से बचेंः ऐसे खाद्य पदार्थों में वसा की मात्रा अधिक होती है. जिससे जोड़ में सूजन बढ़ जाती है. इससे गठिया का दर्द बढ़ जाता है. दूसरी ओर, ओमेगा 6 वाले खाद्य पदार्थ न खाएं. सोयाबीन, मांस, नट्स, मक्का में ओमेगा 6 होता है. इन खाद्य पदार्थों को खाने से सीने में जलन बढ़ती है. नतीजतन, अगर आप स्वस्थ रहना चाहते हैं तो आज ही अपने आहार से रेड मीट और ओमेगा 6 खाद्य पदार्थों को हटा दें.
नमक बहुत अधिक न खाएंः अगर आप गठिया (Arthritis) से पीड़ित हैं तो कच्चा नमक (Salt) न खाएं. जितना हो सके कम नमक खाएं. नमक में सोडियम क्लोराइड होता है. जो गठिया रोगियों के दर्द को बढ़ा देता है. यहां तक कि ज्यादा नमक खाने से किडनी की समस्या भी हो सकती है. इससे मौत हो सकती है.
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मीठी चीजों से रहे दूरः कोल्ड ड्रिंक (कोल्ड ड्रिंक) या कोई अन्य शुगर सिरप का सेवन न करें. अगर आपको अधिक मीठा खाने की प्रवृत्ति है तो फलों के जूस, सोडा से बचें. इसके साथ तला-भुना खाना न खाएं. इन दोनों खाद्य पदार्थों से गठिया रोग बढ़ता है. इस समस्या से बचने के लिए अपना आहार बदलें.
एक्सरसाइज जरूर करेंः खुद को शारीरिक रूप से सक्रिय रखकर इसे नियंत्रित किया जा सकता है. उसके लिए नियमित व्यायाम, पैदल चलना, अन्य सक्रिय गतिविधियां की जा सकती हैं.
युवाओं में एक्सरसाइज न करना और फास्ट फूड और कोल्डड्रिंक जैसी चीजें ज्यादा लेना ही यूरिक एसिडोसिस का कारण बनता है. इनसे दूरी बनाकर खुद को आप हेल्दी रख सकते हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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