डीएनए हिंदी: डायबिटीज एक बड़ी चुनौती बन गई है. इसकी मुख्य वजह खानपीन का सीधा असर ब्लड शुगर पर पड़ना है. ज्यादा देर तक खाली पेट रहने से लेकर इन आटे की बनी रोटियां खाने तक ब्लड शुगर स्पाइक हो सकता है. यह जान का खतरा बढ़ा देता है. डायबिटीज नसों को ब्लॉक करने के साथ ही ब्लड प्रेशर, हार्ट, किडनी और आंखों में कई गंभीर बीमारियों को जन्म देता है. यही वजह है कि इस बीमारी में ग्रस्त लोगों को रोटी से लेकर फल तक खाते समय बहुत ही सावधानी बरतनी पड़ती है.
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक पूरे विश्व में डायबिटीज मरीजों की संख्या 42.2 करोड़ है. वहीं हर साल करीब 15 लाख लोगों की मौत हो जाती है. भारत में डायबिटीज मरीजों की संख्या भी करोड़ों में है. इसकी वजह लोगों का बदलता लाइफस्टाइल, खराब खानपान और आलसी होना है. ऐसे में कुछ चीजें ऐसी हैं, जिन्हें खाते ही ब्लड शुगर हाई हो जाता है. इन्हीं में रोटियां भी शामिल हैं. आइए जानते हैं किस आटे से बनी रोटियां ब्लड शुगर को बढ़ा देती हैं.
ब्लड शुगर को अचानक बढ़ाने वाली रोटियां
ज्यादा बारीक सफेद गेहूं के आटे की रोटियां
उत्तर भारत में ज्यादातर लोग गेहूं के आटे की रोटियां खाते हैं. इनमें भी 90 प्रतिशत लोग पैकेट बंद आटा लेते हैं. जो प्रोसेस्ड होता है. यह बहुत ज्यादा महीन होने के साथ ही सफेद होता है. इसकी वजह गेहूं के छिलके को हटाकर इस एक दम बारीक पीसा जाता है, लेकिन ऐसा करने से इसमें मौजूद फाइबर बाहर निकल जाता है. इसे इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बढ़ जाता है. ऐसे में इस का सेवन डायबिटीज मरीजों के लिए खतरनाक साबित होता है. इस आटे की रोटियां खाने से ब्लड शुगर स्पाइक होने लगता है.
मक्के के आटे की रोटियां
मक्के की रोटियों में बहुत ज्यादा प्रोटीन होता है. इसका सेवन बेहद फायदेमंद होता है, लेकिन डायबिटीज मरीजों के लिए इसे बनी रोटियां फायदे की जगह नुकसानदायक होती है. इसकी वजह मक्के की रोटियों में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अच्छी खासी होती है. यह सीधे रूप से ब्ल्ड शुगर को प्रभावित करती है. इनके सेवन से ब्लड शुगर बढ़ जाता है.
सफेद चावल का आटा
डायबिटीज मरीजों के लिए सफेद चावलों का आटा भी नुकसादायक होता है. यही नहीं डॉक्टर डायबिटीज मरीजों को चावल का भी कम सेवन करने की नसीहत देते हैं. इसकी वजह सफेद चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स का ज्यादा होना है. ऐसी स्थिति से बचने के ब्राउन राइस का सेवन फायदेमदं होता है. यह ब्लड शुगर स्पाइक नहीं करता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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