डीएनए हिंदी: Which Rice is Good For Diabetic patient- डायबिटीक में क्या खाएं और क्या न खाएं इसका बहुत महत्व होता है. कई बार अंजाने में हम कुछ ऐसी चीजें खाते हैं जिससे शुगर लेवल (Sugar Level) बढ़ जाता है. लोगों को चावल खाना (Rice) और पकाना काफी आसान लगता है लेकिन क्या आपको पता है कि डायबिटीज के मरीज को चावल खाना चाहिए या नहीं और अगर खाते हैं तो कौन से चावल खाएं जिससे उनका शुगर लेवल कंट्रोल रहे.
जिस चावल में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो जिससे शुगर लेवल कम होता है वो चावल खाने चाहिए. ग्लाइसेमिक इंडेक्स उन चावलों में कम होता है जिनमें स्टार्च (Starch) कम पाया जाता है. उसना चावल इसका सबसे बेहतर विकल्प है, इसके अलावा बासमती, ब्राउन (Brown) और वाइल्ड राइस में भी बहुत कम जीआई होता है
कौन से चावल खाएं और कब खाएं (Rice for Diabetic Patient)
वैसे तो चावल में कार्बोहाइड्रेट (Carbs) ज्यादा होता है और इसका जीआई स्कोर भी काफी ज्यादा होता है. अगर आपको डायबिटीज है तो रात को चावल खाने से परहेज करें. जितना हो सके चावल खाने से बचें और अगर खाते हैं तो दिन में खाएं. अब जानते हैं कौन से चावल में क्या होता है और किसका सेवन करना डायबिटीक मरीजों के लिए बेहतर है
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सफेद चावल (White Rice)
यह तो तय है कि सफेद चावल शुगर लेवल (White Rice increase Sugar Level) बढ़ाता है, ब्रिटिश मेडिकल जर्नल के शोध में बताया गया है कि सफेद चावल टाइप टू डायबिटीक (Type 2 Diabetic) मरीजों के लिए खतरे की घंटी है. इसलिए कोशिश करें कि सफेद चावल से दूर रहें.सफेद चावल प्रोसेस्ड होते हैं, इसमें ब्रान, हस्क और अकुंरों को अच्छे से हटा दिया जाता है.
जिसकी वजह से ये जल्दी खराब नहीं होते लेकिन अधिक प्रोसेसिंग करने की वजह से इसके पौष्टिक तत्व कम हो जाते हैं.इसमें एंटी ऑक्सीडेंट, प्रोटीन, थाईमिन, विटामिन होता है. इसके अलावा सफेद चावल में फाइबर की मात्रा कम होती है. इसमें कैल्शियम और फोलेट की अच्छी मात्रा होती है.
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ब्राउन राइस (Brown Rice)
ब्राउन राइस में ब्रान और अंकुर होते है, इसमें से सिर्फ भूसा निकाल के बाहर किया जाता है. यह सफेद चावल से ज्यादा पौष्टिक होते हैं. इसमें फ्लेवनॉयड और एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं जो आपको स्वस्थ और डिसीज फ्री रखता है. ब्राउन राइस में सफेद चावल के सामान कैलोरी और कार्ब्स होता है. हालांकि इसमें प्रोटीन और फाइबर की मात्रा अधिक होती है. चावल की यह किस्म शुगर और इंसुलिन (Insulin) को मेंटेन करने का काम करता है.
रेड राइस (Red Rice)
इस चावल में एंथोसायनिन नाम का एंटी ऑक्सीडेंट होता है जो चावल को लाल रंग देने का काम करता है. इसमें आयरन की अच्छी मात्रा होता है जो सूजन और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है. यह चावल वजन घटाने वालों के लिए फायदेमंद है क्योंकि इसे पचाने में समय लगता है. इसे खाने से जल्दी भूख नहीं लगती है और पेट भी लंबे समय तक भरा रहता है. इसमें फाइबर, प्रोटीन समेत कई तरह के पौष्टिक तत्व होते हैं. ये आपके शरीर में कैंसर सेल्स को रोकने में मदद करता है. इसके अलावा हृदय और डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है.
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ब्लैक राइस (Black Rice)
ब्लैक राइस को बैंगनी चावल भी कहा जाता है. इसके ब्रान में मौजूद फाइटोकेमिकल्स की वजह से रंग काला होता है. इस किस्म के चावल में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन ई और एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है.
डायबिटीज में क्या खाएं और क्या न खाएं, देखें चार्ट
शोध में बताया गया कि काले चावल में सभी किस्म के एंटी ऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है. एंटी ऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स के डैमेज को कम करता है जिसकी वजह से गंभीर बीमारियों का खतरा कम हो जाता है. काले चावल वजन घटाने और शुगर लेवल को मेंटेन करने में मदद करता है.
ऐसा कहा जाता है कि ब्लैक और ब्राउन राइस डायबिटीज वाले मरीजों के लिए सही है, उसना चावल यानी जिस चावल को प्रोसेस्ड नहीं किया गया है, उसे खाने से शुगर लेवल कंट्रोल रहता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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