White Lung Syndrome: क्या है व्हाइट लंग सिंड्रोम, जिसकी चपेट में आ रहे 3 से 8 साल के बच्चे, जानें लक्षण

Written By Abhay Sharma | Updated: Dec 05, 2023, 12:03 PM IST

क्या है व्हाइट लंग सिंड्रोम, जिसकी चपेट में आ रहे 3 से 8 साल के बच्चे

White Lung Syndrome Symptoms: चीन में फैल रही गंभीर बीमारी व्हाइट लंग सिंड्रोम क्या है? यहां जानिए इसके लक्षण और बचाव के उपाय..

डीएनए हिंदी: चीन में एक और गंभीर बीमारी बच्चों को अपना शिकार बना रही है, जिसे व्हाइट लंग सिंड्रोम मिस्टीरियस निमोनिया और वॉकिंग निमोनिया कहा जा रहा है. बता दें कि यह बीमारी 3 से 8 साल के बच्चों को शिकार बना रही है और केवल चीन में ही नहीं, नीदरलैंड, अमेरिका और डेनमार्क में भी इस बीमारी के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में चीन में फैल रही इस बीमारी को लेकर (White Lung Syndrome) केंद्र सरकार ने राजस्थान, कर्नाटक, गुजरात, उत्तराखंड, हरियाणा और तमिलनाडु को अलर्ट जारी कर दिया है और साथ ही हेल्थ डिपार्टमेंट को सांस से जुड़ी बीमारी के मरीजों के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है. बता दें कि चीनी (Walking Pneumonia) ऑफिशियल्स इस बीमारी को मिस्टीरियस (China Pneumonia Outbreak) निमोनिया बता रहे हैं. आइए जानते हैं क्या है ये बीमारी और इसके लक्षण क्या हैं...  

व्हाइट लंग सिंड्रोम यानी मिस्टीरियस निमोनिया क्या है

बता दें कि इस बीमारी के फैलने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है और न ही चीन ने इस बीमारी को लेकर कोई डेटा रिलीज किया है. इस बीमारी को रहस्यमयी निमोनिया कहा जा रहा है और यह बैक्टीरियल इन्फेक्शन के जरिए फैलती है. दरअसल इसे रहस्यमयी बीमारी इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि निमोनिया में कफ की दिक्कत होती है, लेकिन इस बीमारी में लंग्स में गोल चकत्ते जम जाते हैं.  

बता दें कि व्हाइट लंग सिंड्रोम में बच्चों की छाती में एक तरह का सफेद पैच हो जाता है और इसका पता एक्स-रे कराने के बाद ही चलता है. इस बीमारी की चपेट में आए बच्चों को सांस से जुड़ी समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं. 

जानिए क्या है व्हाइट लंग सिंड्रोम के लक्षण

  • बुखार आना
  • खांसी की समस्या
  • सांस नली में सूजन होना
  • फेफड़ों में सूजन की समस्या
  • गले में दर्द के साथ खराश होना

बच्चे ही क्यों हो रहे इस बीमारी के शिकार?

दरअसल बच्चों की इम्युनिटी कमजोर होती है और ये एक बड़ी वजह है जिसके कारण ये बीमारी बच्चों को अपनी चपेट में ले रही है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि सिर्फ बच्चों पर ही इसका अटैक होगा, जिसकी भी इम्युनिटी कमजोर है वो इस बीमारी के चपेट में आ सकता है. 

जानें क्या है डब्ल्यूएचओ (WHO) की गाइडलाइन

  • हाथ साफ रखें.
  • समय पर वैक्सीनेशन जरूर करवाएं.
  • बीमार व्यक्ति से दूरी बना कर रखें
  • इसके अलावा बीमार होने पर आइसोलेट हो जाएं 
  • साथ ही समय पर जरूरी टेस्ट करवाएं और मेडिकल हेल्प लें. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)

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