डीएनए हिंदीः सब्जियां सेहत के लिए फायदेमंद होती हैं लेकिन सभी नहीं. हेल्दी डाइट में आपकी थाली का आधा हिस्सा सब्जियों और दालों से भरा होना चाहिए लेकिन हाल ही में डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार अगर आपको हेल्दी रहना है तो कुछ सब्जियां आपकी थाली में नहीं होनी चाहिए.
ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ सब्जियों में जहरीले रसायन भी पाए जाते हैं. जिन्हें गलत तरीके से खाने से गंभीर बीमारियां और यहां तक मौत भी हो सकती है. इसलिए अगर इन सब्जियों को बेहद सावधानी से न खाया गया तो ये कैंसर से लेकर कई तरह के इंफेक्शन की वजह बन सकती हैं. तो चलिए जानें कि किन सब्जियों को लेकर डब्ल्यूएचओ ने वार्निंग जारी की है.
मशरूम
जंगली मशरूम में मस्किमोल और मस्करीन को विषाक्त माना गया है. इसे खाने से उल्टी, दस्त, पेट और आंत के रोग के साथ ही लार और मतिभ्रम जैसे लक्षण नजर आते हैं. विषाक्त मशरूम लिवर, किडनी और तंत्रिका तंत्र के डैमेज होने का खतरा होता है. इसलिए जंगली मशरूम के सेवन से बचें.
बांस की जड़ें सब्जी
कई जगह बांस की जड़ से बनी सब्जी खाई जाती है, जो बेहद हानिकारक मानी जाती है. इसमें प्रोटीन (एमिनो एसिड), कार्बोहाइड्रेट, मिनरल्स और विटामिन जैसी कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. WHO की रिपोर्ट के अनुसार इसमें सायनोजेनिक ग्लाइकोसाइड फाइटोटॉक्सिन (पौधों द्वारा उत्पादित जहरीले रसायन) भी पाए जाते हैं. यह ऐसा केमिकल है जिससे आपको श्वसन, रक्तचाप में गिरावट, चक्कर आना, सिरदर्द, पेट दर्द, उल्टी, दस्त या मरोड़ जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
टमाटर, आलू और बैंगन
टमाटर, आलू और बैंगन तक को लेकर WHO ने वार्न किया है. इन सभी में सोलनिन और चाकोनीन विषाक्त पदार्थ पाए जाते हैं. अंकुरित आलू और हरे छिलके वाले आलू के साथ हरे टमाटरों में इनकी मात्रा अधिक होती है. इन चीजों में विषाक्ता कम करने के लिए इन्हें ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर करना जरूरी है और इनका हरा हिस्सा या अंकुरित तो बिलकुल नहीं खाना चाहिए.
राजमा में लेक्टिन्स
फलियों जैसे राजमा, सोयाबीन आदि में लेक्टिन नामक पदार्थ होते हैं और ये विषाक्त होते हैं. लाल राजमा में ये विषाक्त सबसे अधिक होती है. कम से कम 4 या 5 कच्ची फलियां खाने भर ते गंभीर पेट दर्द, उल्टी और दस्त की समस्या हो सकती है. लेक्टिंस को नष्ट करने के लिए सूखी फलियों को कम से कम 12 घंटे तक भीगा कर पानी में कम से कम 10 मिनट तक उबाला जाना चाहिए.
गाजर और अजवाइन
WHO की रिपोर्ट में गाजर और अजवाइन में Furocoumarins नामक विषाक्त पदार्थ का उल्लेख किया गया है. गाजर और अजवाइन की सब्जी को कच्चा या बहुत अधिक खाने से पेट और आंतों से जुड़ी समस्याएं पैदा हो सकती हैं. यह विषाक्त पदार्थ नींबू और अंगूर जैसे खट्टे फलों में भी पाया जाता है.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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