Dementia: डिमेंशिया के कारण मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है. यह एक प्रकार से भूलने की बीमारी है जो बुजुर्गों में अधिक होती है. लेकिन पिछले कई समय से यह युवाओं में तेजी से बढ़ रही है. अब कम उम्र के लोग भी डिमेंशिया का शिकार हो रहे हैं. चलिए डिमेंशिया के लक्षण और इसके इलाज के बारे में जानते हैं. साथ ही बताते हैं कि, यह बीमारी युवाओं में क्यों फैल रही है.
युवाओं में डिमेंशिया का खतरा बढ़ने के कारण
- धूम्रपान, शराब और नशा करना डिमेंशिया का कारण बनता है. इसके अलावा शारीरिक गतिविधि न करना भी डिमेंशिया के खतरे को बढ़ाता है.
- युवाओं में करियर और पढ़ाई को लेकर तनाव रहता है यह भी डिमेंशिया के खतरे को बढ़ा सकता है. तनाव से बचना चाहिए.
- नींद की कमी, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज बीमारियां भी डिमेंशिया का कारण बन सकती हैं. युवाओं में डिमेंशिया इन कारणों से हो सकता है.
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डिमेंशिया के लक्षण
- कोई फैसला न कर पाना
- याददाश्त कमजोर होना
- व्यवहार में बदलाव आना
- रोजमर्रा के काम में परेशानी
- बोलने-समझने में परेशानी
- चीजों को रखकर भूल जाना
- हर चीज को लेकर कंफ्यूजन होना
ऐसे करें डिमेंशिया से बचाव
- डिमेंशिया से बचाव के लिए कई चीजों का ध्यान रखना चाहिए. ऐसा कर आप डिमेंशिया के खतरे को टाल सकते हैं. डेली एक्सरसाइज करें और पर्याप्त नींद लें.
- धूम्रपान और शराब आदि नशे की लत को छोड़ दें. इसके अलावा पौष्टिक आहार लें. स्ट्रेस लेने से बचें और मेंटल हेल्थ का ध्यान रखें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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