Arvind Kejriwal Low Blood Sugar: तिहाड़ जेल में चॉकलेट क्यों रखते हैं अरविंद केजरीवाल? 12 दिनों में 4.5 किलो क्यों हुआ वेट कम

ऋतु सिंह | Updated:Apr 06, 2024, 10:17 AM IST

जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का स्वास्थ्य अपडेट 

दिल्ली के सीएम (Delhi CM) अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) जेल में हैं और 2 दिनों में उनका वेट 4.5 किलो कम हो गया. सीएम अपने साथ हमेशा चॉकलेट रख रहे हैं. क्यों चलिए जानें.

Delhi CM Arvind Kejriwal health update in jail: शराब घोटाला मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पिछले कुछ दिनों से तिहाड़ जेल में हैं. मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में बंद सीएम 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में रहेंगे लेकिन इस बीच ये भी खबर आ रही है की सीएम का 12 दिनों में 4.5 केजी वेट कम हो गया है और उन्हें जेल में चॉकलेट रखने की इजाजत दी गई है.

तो आखिर किस वजह से सीएम को चॉकलेट रखने की इजाजत दी गई है और वे किस बीमारी से जूझ रहे हैं. 

इसी कारण से चॉकलेट की अनुमति है 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को डायबिटीज के चलते अपने साथ इसबगोल, ग्लूकोज और टॉफी-चॉकलेट रखने की अनुमति दी गई है. इसके अलावा उन्हें शुगर सेंसर और ग्लूकोमीटर भी दिया गया है. इससे उनका ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण में रहता है. केजरीवाल को हाइपोग्लाइसीमिया डायबिटीज है, जिसमें ब्लड शुगर का स्तर काफी कम हो जाता है. ऐसे में पास में कुछ मीठा खाना रखना जरूरी है. 

शुगर लेवल कम हो गया

केजरीवाल को डायबिटीज है, जिसमें उनके शुगर का स्तर कई बार गिर गया है. आम आदमी पार्टी (आप) नेता आतिशी ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जानकारी दी कि केजरीवाल को डायबिटीज है. 


चॉकलेट पास में क्यों रखें?

विशेषज्ञों के मुताबिक, लो ब्लड शुगर की स्थिति में टॉफी का सेवन फायदेमंद हो सकता है, इसलिए हाइपोग्लाइसीमिया वाले मरीजों को इसे अपने साथ रखने की सलाह दी जाती है. फलों और डेयरी उत्पादों में सुक्रोज, फ्रुक्टोज और लैक्टोज जैसे कार्बोहाइड्रेट पाए जाते हैं, जो तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं. इसे टॉफी, मिठाई या चॉकलेट खाने से प्राप्त किया जा सकता है, जो रक्त शर्करा को तेजी से बढ़ाता है और कमजोरी या थकान जैसे लक्षणों से तुरंत राहत प्रदान करता है.

सावधानी भी जरूरी है
हालांकि टॉफ़ी का सेवन रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक माना जाता है, लेकिन डायबिटीज रोगियों को इसका सेवन करते समय सावधानी बरतने की ज़रूरत है, क्योंकि यह रक्त शर्करा के स्तर को खतरनाक स्तर तक बढ़ा सकता है. ऐसे में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखने के लिए आपको डॉक्टर की सलाह के अनुसार इसका सेवन करना चाहिए. इसके अलावा, रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने के लिए ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले विकल्पों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए.

रक्त शर्करा का स्तर क्यों बढ़ जाता है?
डायबिटीज रोगियों को 70 मिलीग्राम/डीएल और 100 मिलीग्राम/डीएल के बीच सामान्य ग्लूकोज स्तर बनाए रखने के लिए जीवनशैली और आहार में विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है. इसके अलावा पर्याप्त नींद न लेने से भी ब्लड शुगर का स्तर ऊपर-नीचे हो सकता है. इसके अलावा, शारीरिक गतिविधि भी रिटेंशन में प्रमुख भूमिका निभाती है. ऐसे में बिना डॉक्टर की सलाह के कुछ भी खाने की गलती आपके लिए घातक हो सकती है.

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(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.

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