Heart Attack In Monday: पिछले कुछ समय से हार्ट अटैक के मामलों में बड़ा उछाल आया है. बुजुर्गों से ज्यादा युवा इस बीमारी के शिकार हो रहे हैं. वहीं एक्सपर्ट्स का दावा है कि ज्यादातर हार्ट अटैक हफ्ते के पहले ही दिन यानी सोमवार को पड़ते हैं. शनिवार और रविवार की छुट्टी खत्म होने के बाद सोमवार पहला वर्किंग डे होता है. इस दिन लोग अपने दफ्तर में नये प्लान और टास्क लेकर जाना होता है, लेकिन हफ्ते का पहला ही दिन कुछ घरों के लिए उदासी से भरा हो जाता है. इस पर माधुरी दीक्षित के पति और हार्ट रोग विशेषज्ञ डॉ श्रीराम नेने ने (Dr Shri Ram Nene ) अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट किया है. उन्होंने सोमवार को हार्ट अटैक आने के पीछे कुछ वजह भी बताई हैं. डॉ नेने के तत्थयों से दूसरे कई हार्ट स्पेशलिस्ट भी सहमत हैं. हालांकि हार्ट अटैक किस दिन और किस समय आ जाएं. यह निश्चित नहीं है और न ही इस तरह का कोई दावा किया जा सकता है. आइए जानते हैं हफ्ते के पहले ही दिन सोमवार सुबह को ससबे ज्यादा हार्ट अटैक के मामले क्यों आते हैं...
काम का स्ट्रेस (Work Stress)
छुट्टी के बाद भी व्यक्ति सोमवार को ऑफिस ज्वाइंन करता है तो उसे कई टारगेट, आइडिया के साथ जाना होता है. इसकी वजह से व्यक्ति को स्ट्रेस और एंग्जाइटी का लेवल काफी बढ़ जाता है. इसके चलते दिल पर बदाव पड़ता है. यह उन लोगों के लिए और भी घातक होता है, जो लोग पहले से हार्ट संबंधित बीमारियों से गुजर रहे हैं. ऐसी स्थिति में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.
सही से नींद पूरी न होना (Sleeping Problem)
दरअसल शनिवार और रविवार को ज्यादातर लोगों की छुट्टी होती है. ऐसे में लोग छुट्टी पर लोग पार्टी के लिए निकल जाते हैं या फिर घर में ही पसंदीदा शो देखने की वजह से देर रात तक जागते हैं. इसके बाद लेट नाइट तक सोते हैं. इसकी वजह से सर्कैडियन लय में बदलाव होने लगता है. यह हमारी स्लिपिंग साइकल को कंट्रोल करता है. सोने के समय में बदलाव की वजह से रविवार देर रात तक सोने की वजह से अगले दिन नींद पूरी नहीं होती है.इसकी वजह से अगले दिन ब्लड प्रेशर हाई हो जाता है. साथ ही कोर्टिसोल का लेवल बढ़ जाता है. यह हार्ट का खतरा कई गुणा बढ़ा देता है.
हाई कोर्टिसोल (High Cortisol Hormone)
हार्ट अटैक के ज्यादातर मामलों में हाई कोर्टिसोल जिम्मेदार होता है. यह अक्सर अचानक से बढ़ी टेंशन और काम के प्रेशर की वजह से हाई होता है. जैसे ही व्यक्ति ज्यादा सोचता या फिर स्ट्रेस लेता है तो कोर्टिसोल हाई हो जाता है. यह ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) और ब्लड शुगर लेवली को भी स्पाइक करता है. इसकी वजह हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.
साइलेंट हार्ट अटैक (Silent Heart Attack)
विशेषज्ञों की मानें तो कुछ साइलेंट हार्ट अटैक भी होते हैं, जिनके संकेत पूर्ण रूप से नहीं मिल पाते हैं. अक्सर लोग छुट्टियों पर आराम करने मूड में होते हैं, लेकिन थकान और स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर किसी न किसी काम में जुट जाते हैं. इसके अगले दिन सोमवार को दफ्तर का स्ट्रेस भी झेलना पड़ता है, जिसके चलते पहले ही दिन हार्ट संबंधित समस्याएं बढ़ने का खतरा पैदा हो जाता है.
बहुत ज्यादा शराब और स्मोकिंग (Drinking And Smoking)
अक्सर छुट्टी के दिन लोग खूब पार्टी करते हैं. इसमें कुछ लोग जमकर शराब पीते हैं. बहुत ज्यादा शराब पीने की वजह से भी हार्ट को नुकसान पहुंचता है. इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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