देश में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में नशे की लत (World Drug Day 2024) एक गम्भीर समस्या बन चुकी है. लोग बड़ी संख्या में शराब, तंबाकू, मादक द्रव्य, चरस, गांजा, अफ़ीम का नशा कर रहे हैं. विश्व ड्रग रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में नशीले पदार्थों का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है. रिपोर्ट के (Drug Use And Addiction) मुताबिक दुनियाभर में 15 से 64 साल की उम्र के बीच हर 17 में से 1 व्यक्ति ने पिछले 12 महीनों में नशीले पदार्थों (Addiction) का इस्तेमाल किया था और चिंता की बात यह है कि यह आंकड़ा एक दशक पहले की तुलना में 23 फिसदी (Women Addicted To Drugs)अधिक है...
क्या कहती है रिपोर्ट
विश्व ड्रग रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2021 में 29.6 करोड़ लोग नशीली दवाओं, 2021 में सबसे ज्यादा 21.9 करोड़ लोगों ने गांजे का सेवन किया, अनुमान है कि साल 2021 में 36 करोड़ लोगों ने नशीली दवा एम्फेटामाइन का इस्तेमाल किया, और करीब 22 करोड़ लोगों ने कोकीन का सेवन किया था.
यह भी पढ़ें: फौलादी नहीं, शरीर को अंदर से खोखला बना सकता है Steroids का ज्यादा डोज, सड़ने लगता है हार्ट और लिवर
इसके अलावा अनुमान है कि 2021 में 13.2 करोड़ लोगों ने नशीली दवाओं के इंजेक्शन का इस्तेमाल किया. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक नशीली दवाओं का इंजेक्शन लेने वाले लोगों में HIV होने का खतरा अधिक होता है और यह हेपेटाइटिस सी की वैश्विक महामारी की एक महत्वपूर्ण वजह है. WHO का अनुमान है कि नए हेपेटाइटिस सी संक्रमणों में से 23 फिसदी असुरक्षित दवा इंजेक्शन के कारण होते हैं.
कौन किस नशीले पदार्थ का करता है इस्तेमाल
- रिपोर्ट के मुताबिक ओपीएट के उपयोगकर्ता में 75 फीसदी पुरुष तो करीब 25 फीसदी महिलाएं हैं.
- वहीं कोकीन के उपयोगकर्ता में 73 फीसदी पुरुष तो करीब 27 फीसदी महिलाएं हैं.
- गांजा के उपयोगकर्ता में 70 फीसदी पुरुष और 30 फीसदी महिलाएं हैं.
- वहीं एक्सटेसी पदार्थ के उपयोगकर्ता में 62 फीसदी पुरुष और 38 फीसदी महिलाएं हैं.
यह भी पढ़ें: गजब की है ये डाइट, इसे अपनाएंगे तो दुबले-पतले शरीर में आ जाएगी जान, मसल्स होंगे स्ट्रॉन्ग
- इसके अलावा एम्फेटामाइन के उपयोगकर्ता में 55 फीसदी पुरुष तो 45 फीसदी महिलाएं हैं.
- ओपिओइड के गैर-चिकित्सीय उपयोग में 53 फीसदी पुरुष और 47 फीसदी महिलाएं हैं.
महिलाओं पर दिखता है अधिक प्रभाव
साल 2021 में दुनियाभर में अनुमानित 39.5 करोड़ लोग नशीली दवाओं के इस्तेमाल संबंधी विकारों से ग्रस्त थे, इनमें 5 में से केवल एक व्यक्ति को ही इलाज मिल सका. बता दें कि कोविड के दौरान इलाज का अंतर और बढ़ गया. इसमें महिलाएं सबसे अधिक प्रभावित हैं. बताते चलें कि नशीली दवाओं का उपयोग करने वाली महिलाओं में पुरुषों के मुकाबले बीमारियों का खतरा अधिक होता है.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.