World Anaesthesia Day 2024: मरीज ऑपरेशन के नाम से ही डरते हैं क्योंकि, सर्जरी में बहुत ही दर्द होता है. इसी दर्द को कम करने के लिए एनेस्थीसिया का इस्तेमाल किया जाता है. एनेस्थीसिया के जरिए, सर्जरी के दौरान मरीज को बेहोश किया जाता है. ऐसे में मरीजों को सर्जरी के दौरान कोई तकलीफ नहीं होती है. एनेस्थीसिया के महत्व को बताने के लिए ही 'वर्ल्ड एनेस्थीसिया डे’ मनाया जाता है.
विश्व एनेस्थीसिया दिवस हर साल 16 अक्टूबर को मनाया जाता है. इस साल एनेस्थीसिया दिवस "एनेस्थीसिया और कैंसर देखभाल" की थीम पर मनाया जा रहा है. यह थीम कैंसर के इलाज में एनेस्थीसिया की भूमिका को दिखाती है. चलिए जानते हैं कि, मरीज को एनेस्थीसिया कब और कैसे दिया जाता है.
कब और कैसे दिया जाता है एनेस्थीसिया?
एनेस्थीसिया किसी भी सर्जरी से पहले मरीज को बेहोश करने के लिए दिया जाता है. एनेस्थीसिया गैस और वाष्प के रूप में होता है जिसे इंजेक्शन से मरीज के शरीर में डाला जाता है. कई बार इसे मरीज को सुंघाया भी जाता है. इसे देने के बाद मरीज गहरी नींद में चला जाता है जिसके बाद सर्जरी की जाती है.
बिहार के लोगों को सता रहा लंगड़ा बुखार, डेंगू-चिकनगुनिया से भी ज्यादा है खतरनाक
कौन दे सकता है एनेस्थीसिया?
कोई भी डॉक्टर एनेस्थीसिया का इस्तेमाल नहीं कर सकता है. इसके लिए एनेस्थीसियोलॉजी की पूरी पढ़ाई की जाती है. प्रोफेशनल्स डॉक्टर ही इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. इन डॉक्टर्स को एनेस्थीसियोलॉजिस्ट कहा जाता है. एनेस्थीसिया देने से पहले प्री-एनेस्थीसिया चेकअप (PAC) किया जाता है. PAC के दौरान पेशेंट की मेडिकल हिस्ट्री, उसकी फिजिकल जांच की जाती है. इसका रिव्यू करके ही एनेस्थीसिया दिया जाता है.
एनेस्थीसिया के साइड इफेक्ट्स
एनेस्थीसिया के कई साइड इफेक्ट्स भी होते हैं. इसके कारण मांसपेशियों और पीठ में दर्द हो सकता है. थकान, कमजोरी, सिरदर्द, मितली और उल्टी की समस्या हो सकती है. इसके कारण इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द हो सकता है.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.