बढ़ती उम्र के साथ गठिया (Arthritis), जोड़ों के दर्द की समस्या बढ़ जाती है. लेकिन, आजकल खराब खानपान और जीवनशैली की गलत आदतों के कारण कम उम्र के युवाओं में भी ये समस्या तेजी से बढ़ने (Joint Pain) लगी है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अलावा, जीवनशैली, खराब खानपान के अलावा शरीर में पोषक तत्वों की कमी, अनुवांशिक कारणों या ऑटोइम्यून डिसऑर्डर की वजह से भी गठिया रोग (Joint Pain Causes) हो सकता है.
ऐसी स्थिति में जोड़ों में भयंकर दर्द, अकड़न और सूजन की (Joint Pain And Swelling Treatment) समस्या होने लगती है. ऐसे में अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो इन 5 आयुर्वेदिक (Oils For Arthritis Pain) तेलों से मालिश करने से आपको फायदा नजर आने लगेगा...
सरसों का तेल
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स के मुताबिक सरसों के तेल से जोड़ों की मालिश करने पर मांसपेशियों में होने वाले ऐंठन और खिंचाव से राहत मिलती है. इसके लिए सरसों के तेल में 4-5 लहसुन की कलियां डालकर उबालें और फिर इस तेल को तब तक पकाएं, जब तक की इसका रंग काला न हो जाए. इसके बाद इसे ठंडा कर प्रभावित हिस्से पर 5-7 मिनट के लिए हल्के हाथों से मसाज करें. ऐसा दिन में 2 से 3 बार कर सकते हैं.
यह भी पढ़ें: भारत ने जीती Trachoma से जंग, देश में खत्म हुई आंखों से जुड़ी ये खतरनाक बीमारी, WHO ने की सराहना
अरंडी का तेल
कैस्टर ऑयल यानी अरंडी का तेल भी गठिया के मरीजों के लिए काफी कारगर माना जाता है. इस तेल से मालिश करने से हड्डियां मजबूत होती हैं और वात दोष भी संतुलित रहता है. रोजाना इस तेल से मालिश करने से जोड़ों की सूजन दूर हो सकती है. ऐसे में कैस्टर ऑयल को गुनगुना करके प्रभावित हिस्से की मालिश कर सकते हैं.
जैतून का तेल
जैतून के तेल में एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं, जो फ्री रेडिकल्स से लड़ने और जोड़ों के दर्द को दूर करने में मदद करते हैं. इससे मालिश करने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और दर्द, सूजन और ऐंठन जैसी समस्याएं दूर होती हैं. इस समस्या से राहत पाने के लिए जैतून के तेल को गुनगुना करें और फिर प्रभावित हिस्से पर लगाकर मालिश करें. दिन में 2 से 3 बार आप मालिश कर सकते हैं.
यह भी पढ़ें: World Arthritis Day 2024: क्यों होता है गठिया रोग? जानें क्या हैं इसके लक्षण, कारण और बचाव के उपाय
नीलगिरी का तेल
नीलगिरी के तेल में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो दर्द और सूजन को कम करते हैं. इस तेल से मालिश करने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है और मांसपेशियों को आराम मिलता है. अर्थराइटिस के दर्द से राहत पाने के लिए आप नीलगिरी के तेल से जोड़ों की मालिश करें.
तिल का तेल
तिल के तेल के इस्तेमाल से भी गठिया के दर्द से आराम मिलता है, बता दें कि इसमें प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और नियमित रूप से इस तेल से मालिश करने से मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन से राहत मिलती है. इसके लिए तिल के तेल को हल्का गर्म करें और फिर इससे जोड़ों की मालिश करें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.