डीएनए हिंदी: विश्वभर में इलाज के दौरान खून (World Blood Donor Day 2023) की कमी से कई लोगों की मौत हो जाती है. कुछ मेडिकल रिपोर्टों के अनुसार, भारत को हर साल 15 मिलियन यूनिट खून की आवश्यकता होती है, लेकिन केवल 11 मिलियन यूनिट ही रक्त इकठ्ठा हो पाता है. एक स्टडी ये भी कहती है कि क्वालिटी ब्लड ना होने के कारण भी भारत में रोजाना लगभग 12,000 व्यक्तियों की मृत्यु होती है. ऐसे में देशभर में कई ऐसी बीमारियां भी हैं जहां लोगों को रोजाना या महीने में एक-दो बार अपना ब्लड चेंज करवाना पड़ता है. इन गंभीर बीमारियों में सिकल सेल एनीमिया और ब्लड कैंसर जैसी बीमारियां शामिल हैं. जहां लोगों को जीने के लिए अपने ब्लड को बार-बार बदलवाने की आवश्यकता पड़ती हैं. ऐसे में आपके द्वारा किया गया रक्तदान ना केवल इन लोगों को एक नई जिंदगी दे सकता है बल्कि आपकी सेहत को भी बेहतर बना सकता है. ब्लड डोनेट करने से आपकी सेहत को कैसे फायदा मिलता है आइए जानते हैं.
रक्तदान के फायदे 10 फायदे
- वेट बैलेंस के लिए है बेस्ट: रक्त दान के दौरान आपके खून में जमा वसा और अन्य गैर जरूरी सेल्स बाहर चले जाते हैं. इससे आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल तो कम होता ही है साथ ही वजन भी कम होता है.
- स्ट्रेस को करे कम: जब आप रक्तदान करते हैं तो आपके शरीर का स्ट्रेस लेवल कम होता है ब्लड प्रेशर संतुलित होता है और आपके मन को अच्छा महसूस होता है कि आपने किसी अच्छे कार्य में भागीदारी निभाई है.
- दिल की सेहत के लिए अच्छा: जब भी आप ब्लड डोनेट करते हैं तो इससे आपके पूरे शरीर के ब्लड सर्कुलेशन को एक नया स्टार्ट मिलता है जिससे दिल के काम काज की गति बेहतर होती है और ब्लड में मौजूद टॉक्सिन भी बाहर हो जाते हैं.
- कई बीमारियों की जांच हो जाती है: दरअसल, जब कभी आप ब्लड डोनेशन के लिए जाते हैं तो आपसे ब्लड का एक सैंपल ले लिया जाता है जिसकी जांच की जाती है. जांच में देखा जाता है कि आपका खून लेने लायक है भी या नहीं. अगर आपके खून में किसी तरह की बीमारी का कोई संकेत मिलता है तो आपको तुंरत सूचित कर दिया जाता है. इससे आप भी सतर्क हो जाते हैं और अपनी बीमारी का इलाज करवा सकते हैं.
- आयरन ओवरलोड की समस्या से निजात: जब आपका शरीर जरूरत से ज्यादा आयरन अवशोषित करने लगता है तो Hemochromatosis बीमारी अपनी जगह बना लेती है. ऐसे में अगर आप समय-समय पर ब्लड डोनेट करते हैं तो रक्तदान शरीर में ज्यादा आयरन स्टोर नहीं हो पाता है और आप हेमोक्रोमैटोसिस से बच जाते हैं.
- ब्लड सेल प्रोडक्शन में इजाफा: Blod Donate करने से ब्लड सेल प्रोडक्शन बढ़ता है. जिससे शरीर में नया खून बनता है और शरीर डिटॉक्स हो जाता है.
- लिवर के लिए सेहतमंद: अगर आप ब्लड डोनेट नहीं करते तो आपका खून पुराना होने लगता है जिसमें जरूरी तत्व खत्म हो जाते हैं. साथ ही आयरन ज्यादा अवशोषित होने से लिवर डैमेज तक हो सकता है.
- ब्लड क्लीनजिंग: ब्लड डोनेट करने से ब्लड प्यूरिफिकेशन होता है जिससे पुराना खून शरीर से जाता है और नया खून बनता है. इसके अलावा गंदे ब्लड से होने वाले इंफेक्शन भी कम होते हैं.
9. गंभीर बीमारियों का खतरा कम होता है: ब्लड डोनेट करने से स्ट्रोक, हार्ट अटैक, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा कम हो जाता है.
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(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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