डीएनए हिंदीः पिछले कुछ सालों से दुनियाभर में COPD की बीमारी काफी तेजी से फैल रही है, यह एक ऐसी गंभीर बीमारी है जो वातस्फीति फेफड़ों को संक्रमित कर सांस लेने में कठिनाई पैदा करता है और ब्रोंकाइटिस ब्रोन्कियल नलियों की सूजन और उनके सिकुड़ने का कारण बनता है. बता दें कि सीओपीडी का मुख्य कारण स्मोकिंग और अस्थमा होता है. इसके अलावा आजकल का बढ़ता प्रदुषण इस बीमारी को बढ़ा रहा है. जिन लोगों को सीओपीडी (Chronic Obstructive Pulmonary Disease) की बीमारी होती है, उन्हें आगे चलकर दिल से जुड़ी बीमारियां (Heart Disease), फेफड़ों का कैंसर (Lung Cancer) के साथ ही अन्य कई गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए नवंबर महीने के तीसरे बुधवार को सीओपीडी डे मनाया जाता है, आइए जानते हैं क्या है ये बीमारी और इसके लक्षण क्या हैं...
क्या है सीओपीडी की बीमारी (Chronic Obstructive Pulmonary Disease)
COPD यानि क्राॅनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज फेफड़ों का एक ऐसा रोग (Lung Disease) है, जिसके कारण मरीज सामान्य रूप से सांस नहीं ले पाता है. दरअसल सामान्य तौर पर फेफड़े बहुत स्पॉन्जी होते हैं और जब हम सांस के जरिए हवा अंदर लेते हैं, तो इससे ऑक्सिजन हमारे खून के अंदर मिल जाती है और कार्बन डाइऑक्साइड बाहर चली जाती है, लेकिन सीओपीडी की बीमारी इस प्रक्रिया को रोकती है. ऐसे में सीओपीडी के मरीज को सांस लेने में परेशानी होती है और ऑक्सीजन उसके शरीर में पूरी मात्रा में नहीं पहुंच पाती है.
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सीओपीडी के 2 प्रकार
बता दें कि सीओपीडी रोग के दो मुख्य प्रकार हैं, जिसमें से पहला है क्रोनिक ब्रोंकाइटिस और दूसरा एंफीसीमा.
क्रोनिक ब्रोंकाइटिस
कुछ दिनों तक थूक या बलगम के साथ लगातार खांसी रहने को क्रोनिक ब्रोंकाइटिस के रूप में जाना जाता है, जो बीते तीन महीने से हो रही हो.
एंफीसीमा
इसके अलावा एंफीसीमा में हमारे फेफड़े के टिश्यू समय के साथ-साथ क्षतिग्रस्त होते जाते हैं, जिसके कारण सांस लेने में कमी या फिर घरघराहट रहती है.
सोओपीडी के लक्षण क्या हैं (Symptoms of COPD)
- सांस लेने में परेशानी होना
- गहरी सांस लेना
- कफ, खांसी, जुकाम
- सीने में जकड़न
- वजन कम होना
- हार्ट की समस्याएं
- फेफड़ों का कैंसर
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इन सब के अलावा सांस लेने के लिए अपनी एक्सेसरीज मसल्स जैसे चेस्ट मसल्स और नेक का प्रयोग करना आदि लक्षण देखे जा सकते हैं. बता दें कि ये लक्षण लंबे समय तक चलते हैं और समय के साथ-साथ मरीज की हालत भी बिगड़ती जाती है.
सीओपीडी से बचाव
- भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क का इस्तेमाल करें.
- प्रदुषण से खुद को बचाएं.
- एलर्जी से परेशानी और सांस में दिक्कत पर डॉक्टर की सलाह लें.
- घर के अंदर धूल मिट्टी आने से रोकें.
- सबसे जरूरी की धूम्रपान से करें परहेज और पैसिव स्मोकिंग का भी शिकार न बनें.
- समस्या बढ़ने पर वैक्सीनेशन का सहारा लें.
- खानपान का और लाइफस्टाइल का खास ध्यान रखें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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