World Sleep Day 2024: नींद के महत्व को बताने के लिए हर साल 15 मार्च को वर्ल्ड स्लीप डे मनाया जाता है. अच्छी सेहत के लिए दिनभर में 7-8 घंटे की नींद लेना बहुत ही जरूरी होता है. नींद की कमी कई बीमारियों का कारण (Less Sleeping Side Effects) बन सकती है. एक शोध में इस बात का पता चला है कि कम सोने से हाई ब्लड शुगर (High Blood Suagr) का खतरा बढ़ जाता है. दिल्ली के PSRI Institute के चेयरमैन डॉ. जीसी खिलनानी के अनुसार, लोगों को इस शोध से सचेत हो जाना चाहिए. शहरों में लोगों की नींद में कामकाज के चलते कम होती जा रही है. यह लोगों को बीमार बना सकता है.
कम सोने से बढ़ता है डायबिटीज का खतरा
नींद को लेकर विदेश में हुई एक रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि जो लोग रोजाना 8 घंटे की जगह 5 घंटे की नींद लेते हैं उनमें हाई ब्लड शुगर का खतरा 16 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. इसी प्रकार 4 घंटे कम सोने से डायबिटीज होने का खतरा 41 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. नींद की कमी डायबिटीज के साथ ही और भी कई समस्याओं का कारण बन सकती है. पीएसआरआई अस्पताल के स्लीप मेडिसिन के चेयरमैन डॉ. जीसी खिलनानी ने कहा कि देश में डायबिटीज के मरीजों की संख्या बहुत अधिक है. यह देश के सामने एक बड़ी समस्या बन गई है.
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लोगों की नींद में आ रही है कमी
लोगों की नींद कामकाज के चलते डिस्टर्ब होती है. दिनभर में 8 घंटे की नींद पूरी करने में मोबाइल फोन, सोशल मीडिया, टीवी और लोगों का रूटीन बाधा बनता है. इन सभी कारणों से व्यक्ति की नींद करीब डेढ़ घंटे तक कम होती है. अच्छी नींद के लिए स्लीप डिस्टर्ब करने वाली इन चीजों को जितना हो सके इग्नोर करना चाहिए.
दिनभर में जरूर लें 7-8 घंटे की नींद
मेडिकल जर्नल जामा में प्रकाशित रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि कम सोने से डायबिटीज का खतरा बढ़ता है. ऐसे में व्यक्ति को दिनभर में करीब 7-8 घंटे की नींद लेनी चाहिए. 24 घंटे में एक तिहाई समय सोना बहुत ही जरूरी होता है. सेहतमंद रहने के लिए 8 घंटे की नींद बहुत ही जरूरी होती है. भरपूर नींद लेने से शरीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है.
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