डीएनए हिंदी : 25 मई को दुनिया भर में थायरॉइड दिवस के रूप में मनाया जाता है. थायरॉइड आजकल की सबसे आम बीमारियों में एक है, पर क्या आप जानते हैं, असल में थायरॉइड कोई बीमारी नहीं शरीर का एक ख़ास अंग है. वास्तव में यह छोटा सा तितली के आकार का एक ग्लैंड है जो गले के आगे वाले हिस्से में, एडम'स एप्पल के ठीक नीचे होता है.
क्या काम है Thyroid Gland का?
इस Thyroid Gland से दो तरह के हॉर्मोन triiodothyronine (T3) और thyroxine (T4) निकलते हैं. इन दोनों हॉर्मोन का स्वास्थ्य पर बेहद प्रभाव पड़ता है क्योंकि दोनों ही हॉर्मोन का मुख्य प्रभाव शरीर के मेटाबॉलिज़्म पर पड़ता है. इसके अतिरिक्त ये दोनों ही हॉर्मोन शरीर के अन्य ज़रूरी फंक्शन मसलन दैहिक तापमान और हृदय गति को भी नियंत्रित करते हैं.
जब थायरॉइड ग्लैंड(Thyroid Gland) से सही अनुपात में हॉर्मोन का निकलना बंद हो जाता है, शरीर की रासायनिक क्रियाएं बिगड़ने लगती हैं. असल में इन हॉर्मोन के निकलने में असंतुलन ही बीमारी है. जब हॉर्मोन कम निकलते हैं तब होने वाली बीमारी को "हाइपोथायरॉइड या हाइपोथायरॉइडिज़्म" कहा जाता है, जब इनकी मात्रा अधिक होती है पर "हाइपरथायरॉइडिज़्म" होता है.
कई वजह हैं Hypothyroidism के
माना जाता है कि हाइपोथायरॉइडिज़्म किसी एक वजह से नहीं होता है. इसके कई कारण हो सकते हैं. इसकी सबसे आम वजह एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है जिसे हाशिमोतो हाइपोथायरॉडिटीस कहा जाता है. यह बीमारी तब होती है जब हमारा इम्यून सिस्टम वैसे प्रतिरोधी तैयार करने लगता है जो शरीर की कोशिकाओं और उत्तकों पर ख़ुद हमला करने लग जाते हैं. विशेषज्ञ अब तक इसके कारणों का पता नहीं लगा पाए हैं पर कई बार इसमें वंशानुगत और आबोहवा को मुख्य फैक्टर माना जाता है. इससे थायरॉइड ग्लैंड से निकलने वाले हॉर्मोन प्रभावित होते हैं.
Hyperthyroidism के लिए एंटी- थायरॉइड दवाई है कारगर
Hyperthyroidism को हाइपोथायरॉइडिज़्म जितना गंभीर नहीं माना जाता है. इसका इलाज आसान है और इसके इलाज के लिए रेडियो एक्टिव आयोडीन या फिर एंटीथायरॉइड दवाइयां दी जाती हैं. इससे हार्मोनल असंतुलन ठीक हो जाता है.
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