डीएनए हिंदी: दिल्ली (Delhi) में कोरोना (Coronavirus) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बढ़ते ओमिक्रॉन (Omicron) के मामलों पर कहा है कि जनता को इससे घबराने की जरूरत नहीं है.
सीएम केजरीवाल ने कहा है कि लोग कोरोना नियमों (Covid Protocol) का सख्ती से पालन करें यही बहुत है क्योंकि कोरोना के ज्यादातर मरीज घर पर ही ठीक हो रहे हैं. दिल्ली कोरोना संक्रमण की किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. भले ही बीते 24 घंटे में कोरोना के मामलों में इजाफा हुआ हो लेकिन यह संक्रमण बेहद माइल्ड लक्षणों वाला है.
Delhi में क्या है Oxygen Bed की स्थिति?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरकार की तैयारियों की जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना के मामले तो बढ़ रहे हैं लेकिन चिंता और घबराने की कोई बात नहीं है. सबको जिम्मेदारी से काम लेना है. सरकार के पास मौजूदा वक्त में 37 हजार ऑक्सीजन बेड खाली हैं.
घर पर ही ठीक हो सकते हैं Omicron के मरीज, घबराने की जरूरत नहीं
Delhi में क्या है Coronavirus की स्थिति?
दिल्ली में 29 दिसम्बर को 923 मामले सामने आए. 30 दिसंबर को संक्रमण 1313 पर पहुंच गया और 31 दिसंबर को 1796 नए केस सामने आए. 1 जनवरी को 2796 मामले दर्ज किए गए हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बताया कि रविवार शाम तक करीब 3100 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आएंगे. वहीं कोरोना के एक्टिव ममलों की संख्या 6360 हैं. यही मरीज 3 दिन पहले 2191 थे. यानी दिल्ली में तीन गुणा मामले बढ़ गए हैं. 29 दिसम्बर को हॉस्पिटल में 262 बेड भरे हुए थे तीन दिन बाद 247 मरीज एडमिट हैं.
हल्के लक्षण के आ रहे ज्यादा केस
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जो कोरोना से बीमार हो रहे हैं उन्हें अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ रही है. यानी इस बार यह हल्के लक्षण वाले केसेज हैं या बिना लक्षण वाले हैं. वहीं मौजूदा वक्त में केवल 82 ऑक्सीजन बेड ऑक्युपाइड हैं तो कोई भी मरीज ऐसा नहीं आ रहा जिसको ऑक्सीजन की जरूरत हो.
CM Kejriwal ने लोगों से क्या की अपील?
सीएम अरविंद केजरीवाल ने लोगों से अपील की है कि लोग बिल्कुल न घबराएं. बस नियमों का पालन करें और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें. सीएम केजरीवाल ने यह भी कहा है कि लोग हर हाल में मास्क लगाएं. बिना मास्क के घर के बाहर न निकलें.
तीसरी लहर से निपटने के लिए कितनी तैयार है Delhi सरकार?
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज सरकार 37 हजार बेड तैयार करके बैठी है. इसका मतलब दिल्ली में 99.78 फीसदी ऑक्सीजन बेड खाली हैं. बीते साल कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अप्रैल महीने में करीब 1100 बेड ऑक्सीजन ऑक्युपाइड थे और 145 मरीज वेंटिलेटर पर थे. आज 5 मरीज वेंटिलेटर पर हैं.
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