डीएनए हिंदी: साल 2019 में उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में मिड-डे मील में नमक रोटी की खबर को लेकर चर्चा में आए पत्रकार पवन जायसवाल की मौत हो गई है. पवन जायसवाल कैंसर से जूझ रहे थे. पैसों की तंगी के चलते कई लोगों से उन्होंने मदद भी मांगी थी. पवन जायसवाल का वाराणसी में इलाज चल रहा था, लेकिन वह कैंसर से यह जंग हार गए और गुरुवार को उन्होंने दम तोड़ दिया.
पवन जायसवाल साल 2019 में उस वक्त चर्चा में आए, जब उनकी एक खबर वायरल हुई. इस खबर में पवन जायसवाल ने दिखाया था कि कैसे एक सरकारी प्राइमरी स्कूल में मिड-डे मील के नाम पर बच्चों को नमक-रोटी दी जा रही है. बाद में उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई थी. हालांकि, पवन इस मामले में जीतने में कामयाब हुए और बाद में उन्हें क्लीन चिट भी मिली.
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कैंसर से जूझ रहे थे पवन
पवन जायसवाल को साल 2012 में कैंसर डिटेक्ट हुआ था. तब से ही उनका इलाज चल रहा था. सितंबर 2021 में उनके मुंह का ऑपरेशन हुआ था. इलाज में लाखों रुपये खर्च होने की वजह से पवन काफी परेशान था. मार्च में पवन का एक और ऑपरेशन हुआ था. पवन लंबे समय से पैसों की कमी से जूझ रहे थे.
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इलाज में बिक गए मां और पत्नी के जेवर
कैंसर जैसी बीमारी ने पवन और उनके परिवार को एकदम लाचार कर दिया. महंगे इलाज और ऑपरेशन के खर्च के कारण उनकी पत्नी और मां को अपने गहने भी बेचने पड़ गए. इस पर भी खर्च के लिए पैसे नहीं बचे तो पवन जायसवाल ने सोशल मीडिया पर भी लोगों से मदद मांगी. आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह समेत कई लोगों ने पवन की मदद की, लेकिन आखिरकार पवन जायसवाल कैंसर से जंग हार गए.
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