महिला वैज्ञानिक ने पति और 5 ससुरालियों को जहर देकर मारा, इस Hate Story का कारण जानकर रह जाएंगे दंग

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Oct 20, 2023, 10:47 PM IST

Gadchiroli: हत्या करने के बाद पुलिस की गिरफ्त में आईं दोनों आरोपी महिलाएं.

Maharashtra News: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में हुए इस जघन्य हत्याकांड में महिला वैज्ञानिक ने थैलियम जहर का इस्तेमाल किया, जिसकी शरीर में मौजूदगी का पता करना नामुमकिन काम होता है.

डीएनए हिंदी: Gadchiroli News- महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में एक दिल दहलाने वाला अपराध सामने आया है. अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए एक महिला वैज्ञानिक ने अपने पति और पांच ससुरालियों को ऐसा जहर दे दिया कि उन सभी कि 20 दिन के अंदर दर्दनाक तरीके से मौत हो गई. हालांकि महिला की ससुराल के दो फैमिली मेंबर और उनका ड्राइवर जिंदा बच गए हैं, लेकिन वे भी अस्पताल में जिंदगी-मौत के बीच झूल रहे हैं. इस जघन्य हत्याकांड के लिए महिला ने एक ऐसे जहर थैलियम का इस्तेमाल किया, जो बेहद जानलेवा है और पीड़ित को धीमे-धीमे मौत के करीब ले जाता है. इसे 'जहरों का जहर' कहकर भी पुकारा जाता है. इस जहर को खाने वाला इसके बारे में जान भी नहीं पाता, क्योंकि इसका ना कोई रंग होता है, ना गंध और ना ही इसका स्वाद आता है और खाने वाला धीरे-धीरे मर जाता है. गढ़ चिरौली के इस खतरनाक हत्याकांड ने एक बार फिर इस जहर को चर्चा में ला दिया है. 

महाराष्ट्र पुलिस ने इस हत्याकांड में दो महिलाओं संघमित्रा कुम्भाड़े (22) और रोसा रामटेक (36) को गिरफ्तार किया है. दोनों ने यह जहर इंटरनेट पर एक महीना तक सर्च करने के बाद तेलंगाना से खरीदा था, जिसे वे मरने वालों को पानी और खाने में मिलाकर खिला रही थीं. दोनों महिलाओं परिवार के सदस्यों की मौत को फूड पॉयजनिंग बताकर छिपा रही थीं, लेकिन एक महीने में 6 लोगों की मौत ने मामले को संदिग्ध बना दिया और रिश्तेदारों की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की तो पूरा मामला खुलकर सामने आ गया है.

26 सितंबर से 15 अक्टूबर के बीच मारे सभी लोग

संघमित्रा और रोसा ने सभी लोगों को 26 सितंबर से 15 अक्टूबर के बीच जहर देकर मौत के घाट उतारा. सभी ने मरने से पहले बांह में खिंचाव होने, कमर के पिछले हिस्से में भयानक दर्द, भारी होती जीभ, काले होंठ, सिर दर्द और बोलने में तकलीफ जैसे लक्षणों की शिकायत की थी.

महिला वैज्ञानिक ने बदला लेने तो दूसरी महिला ने पैतृक संपति के लिए की हत्या

जांच के दौरान सामने आया है कि महिला वैज्ञानिक संघमित्रा के पिता की मौत हो चुकी है. संघमित्रा पिता की मौत के लिए अपने पति रोशन और ससुरालियों की तरफ से दिए जाने वाले तानों को मानती है. इसी कारण वह सभी से नफरत करने लगी थी. दूसरी तरफ, रोसा मृतकों के परिवार की ही एक सदस्य है, जो पैतृक संपत्ति का सही बंटवारा नहीं होने के कारण रोशन और उसके परिवार के खिलाफ थी. इसी नफरत में दोनों ने पूरे परिवार को ठिकाने लगाने का निर्णय लिया था.

देवर की दिल्ली में जांच होने पर सामने आया जहर

संघमित्रा के ससुर की मौत के बाद उसका देवर सागर अंतिम संस्कार में शामिल होने दिल्ली से आया था. वापस लौटने पर वह भयंकर बीमार हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. साथ ही संघमित्रा की ससुराल का फैमिली ड्राइवर भी उसी तरह के लक्षणों के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसके बाद डॉक्टरों की जांच में उन्हें किसी तरह का रहस्यमयी जहर दिए जाने की बात सामने आई. इसके बाद रिश्तेदार शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंचे.

पुलिस ने गठित की 5 जांच टीम

एसपी नीलोत्पल के नेतृत्व में इस केस की जांच के लिए 5 पुलिस टीम तैनात की गईं. जांच के दौरान सामने आए तथ्यों की छानबीन की गईं तो हत्याकांड में संघमित्रा का हाथ सामने आया है. इसके बाद पुलिस ने संघमित्रा और उसकी निशानदेही पर रोसा को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों से पूछताछ चल रही है.

अब जानिए थैलियम जहर के बारे में

थैलियम को दुनिया के सबसे खतरनाक जहर में से एक माना जाता है. इसे पानी या खाने में मिला देने पर इसकी पहचान करना असंभव है. इस जहर से एकदम मौत नहीं होती है बल्कि पीड़ित धीमे-धीमे मौत का शिकार होता है. इस कारण आमतौर पर थैलियम जहर का शिकार व्यक्ति की मौत का कारण फूड पॉयजनिंग या कोई अनजान बीमारी माना जाता है. आमतौर पर दुनिया भर में जासूस इसका इस्तेमाल करते हैं. साथ ही राजनीतिक हत्याएं भी इससे करने के मामले सामने आए हैं. इस जहर को सबसे ज्यादा चर्चा पूर्व इराकी तानाशाह सद्दाम हुसैन के कारण मिली थी, जिसने इसके जरिये अपने दुश्मनों को ठिकाने लगाकर सत्ता कब्जाई थी.

दिल्ली में भी सामने आ चुका है ऐसा केस

थैलियम जहर की मदद से कई लोगों को एक साथ ठिकाने लगाने का केस दिल्ली में भी सामने आ चुका है. दो साल पहले दिल्ली के ग्रेटर कैलास-1 में वरुण अरोड़ा ने बदला लेने के लिए न्यू ईयर पार्टी में यह जहर अपने ससुरालियों के खाने में मिला दिया था. वरुण अपने ससुरालियों से इस कारण नाराज था, क्योंकि उन्होंने अपनी बेटी के गर्भपात कराने के निर्णय का समर्थन किया था. वरुण बच्चा गिराने के खिलाफ था. उसका मानना था कि बच्चे के रूप में उसके पिता वापस लौट रहे हैं, जिनकी करीब एक साल पहले मौत हो गई थी. इस कारण पत्नी का मिसकैरिज होने पर वरुण ने इसे जानबूझकर किया काम माना और इसका जिम्मेदार अपने ससुरालियों को माना था. इसके बाद ही उसने थैलियम के जरिये सभी को ठिकाने लगा दिया था. 

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