डीएनए हिंदी: पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भले ही वह दो बार देश के प्रधानमंत्री बन गए हों लेकिन उनका इरादा 'आराम' करने का नहीं है, बल्कि उनका सपना सरकारी योजनाओं का शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करना है और इसके लिए वह नए संकल्पों और नई ऊर्जा से जुट जाने की तैयारी में हैं.
गुजरात के भरूच में 'उत्कर्ष समारोह' को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि एक दिन विपक्ष के एक 'बहुत बड़े नेता' उनसे मिलने आए थे और उन्होंने उनसे कहा था कि 'मोदी जी ये क्या करना है. दो-दो बार आपको देश ने प्रधानमंत्री बना दिया. अब क्या करना है.'
पढ़ें- Sri Lanka Crisis: महिंदा राजपक्षे की मुश्किलें बढ़ी, कोर्ट ने देश छोड़ने पर लगाई रोक
प्रधानमंत्री ने उक्त नेता का नाम नहीं बताया लेकिन कहा कि वो उनका राजनीतिक विरोध करते रहते हैं लेकिन 'मैं उनका आदर भी करता रहता हूं'.
पढ़ें- Sri Lanka New PM: कौन हैं रानिल विक्रमसिंघे
पीएम मोदी ने कहा, "उनको (विपक्षी नेता) लगता था कि दो बार प्रधानमंत्री बन गया मतलब बहुत कुछ हो गया. उनको पता नहीं है मोदी किसी अलग मिट्टी का है. ये गुजरात की धरती ने उसको तैयार किया है और इसलिए जो भी हो गया, अच्छा हो गया, चलो अब आराम करो, नहीं मेरा सपना है – सैचुरेशन."
पढ़ें- आतंकियों ने ऑफिस में घुसकर Kashmiri Pandit को मारी गोली
उन्होंने कहा कि योजनाओं के शत-प्रतिशत लक्ष्य की तरफ उनकी सरकार आगे बढ़ी है और अब सरकारी मशीनरी को भी इसकी आदत डालनी है. उन्होंने कहा कि पिछले करीब आठ वर्षों में सभी के प्रयासों से अनेक योजनाओं को शत प्रतिशत "सैचुरेशन" के करीब-करीब ला पाने में सफलता मिली है. पीएम मोदी ने कहा, "अब आठ वर्ष के इस महत्वपूर्ण अवसर पर, एक बार फिर कमर कस करके, सबका साथ लेकर के, सबके प्रयास से आगे बढ़ना ही है और हर जरूरतमंद को, हर हकदार को उसका हक दिलाने के लिए जी–जान से जुट जाना है."
गूगल पर हमारे पेज को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें. हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.