Farmers Protest Live: किसानों ने बॉर्डर पर ही डाल दिया डेरा, कल फिर करेंगे कूच
Farmers at Border
Farmers Protest Latest News: दिल्ली में किसान आंदोलन को ध्यान में रखते हुए एक महीने के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है. साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में ट्रैक्टर-ट्रॉली की एंट्री पर भी रोक लगा दी गई है. पढ़ें LIVE UPDATES
Farmers Delhi Chalo Live Updates: दिल्ली में किसान संगठन लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) से पहले एक बार फिर अपनी ताकत का अहसास केंद्र सरकार को कराने के लिए पूरी तरह तैयार दिख रहे हैं. हरियाणा-पंजाब के किसानों के 'दिल्ली चलो' के बीच अब उत्तर प्रदेश के किसान संगठन भी कमर कसने लगे हैं. उधर, राष्ट्रीय राजधानी में किसानों का जमावड़ा होने की संभावना देखते हुए 12 मार्च तक के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है. साथ ही दूसरे प्रदेश से किसी भी ट्रैक्टर-ट्रॉली की एंट्री पर बैन लगा दिया गया है. दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा के आदेश पर राजधानी की सड़कों पर किसी भी तरह की रैली या जुलूस निकालने पर भी रोक लगा दी गई है. राजधानी में किसान संगठनों के अंदर घुसने की कोशिश में हिंसा होने की आशंका देखते हुए चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं.
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किसान अभी भी शंभू बॉर्डर पर मौजूद हैं. हजारों की संख्या में मौजूद किसानों ने वहीं पर अपना डेरा डाल दिया है. किसानों का कहना है कि उन पर ज्यादती की गई है और दिनभर आंसू गैस के गोले दागे गए हैं. किसानों का कहना है कि अभी स्पीकर लगाए जा रहे हैं, फिर से चर्चा होगी और कल सुबह फिर से प्रोग्राम शुरू होगा.
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा है, 'हम जो कुछ भी कह रहे हैं वह हमारी कोई नई मांग नहीं है. सरकार के कमिटमेंट को ही पूरा करने को कह रहे हैं. हमने बार-बार सरकार का ध्यान खींचने की कोशिश की लेकिन सरकार ने अभी तक कोई गंभीरता नहीं दिखाई.'
शंभू बॉर्डर पर पुलिस और किसानों की झड़प के बाद अब दिल्ली पुलिस ने टीकरी बॉर्डर को भी बंद कर दिया है. बॉर्डर के दोनों रास्तों पर सीमेंट के पांच फुट लंबे अवरोधक लगाने के साथ ही बहु-स्तरीय बैरिकेड के जरिए सीमा को बंद कर दिया गया है. दिल्ली पुलिस ने टिकरी मेट्रो स्टेशन के पास हाइवे को जोड़ने वाली आसपास की सड़कों और गांवों के सभी प्रवेश और निकास बिंदुओं को भी बंद कर दिया.
हालांकि, ग्रीन लाइन पर मेट्रो सेवाएं अभी भी संचालित हो रही हैं. विशेष पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) मधुप तिवारी ने व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए टीकरी बॉर्डर का दौरा किया. तिवारी ने कहा, "हमने टीकरी बॉर्डर पर दोपहर 3 बजे तक ट्रैफिक को अनुमति दी. अब हमने एंबुलेंस जैसी आपातकालीन सेवाओं और जो लोग दिल्ली की ओर पैदल जा रहे हैं, उन्हें मेट्रो सेवा इस्तेमाल करने की अनुमति दी है. सुरक्षा चाक-चौबंद की गई है."
हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की. इसके बाद पुलिस ने वाटर कैनन से जमकर पानी की बौछार की. किसानों ने पुल पर लगी बैरिकेडिंग को उठाकर नदी में फंक दिया.
भाजपा-कांग्रेस की नहीं ये उद्योगपतियों की सरकार: टिकैत
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने चेतावनी दी है कि यदि किसानों पर एक भी लाठी चलाई गई तो यह आंदोलन हद से ज्यादा बढ़ जाएगा. उन्होंने कहा कि देश आजाद होने में 90 साल लगे थे. अब भी ये देश आंदोलन से ही बचेगा. ये (भाजपा) जाएंगे. इस आंदोलन से यदि कोई छेड़खानी किसी ने की, लाठी चलाई तो ये आंदोलन बढ़ जाएगा. टिकैत ने कहा कि देश में भाजपा-कांग्रेस की सरकार होती तो हम बात करते. ये तो बड़े उद्योगपतियों की अदृश्य सरकार है. ये बात नहीं करेंगे. ये बस आंदोलन की सुनते हैं.
दो दौर की वार्ता में 10 मांग मानी, शेष 3 पर भी होगी बातचीत
सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार ने आंदोलन कर रहे किसानों की तरफ से रखी गईं 13 मांग में से 10 मांगों को हरी झंडी दिखा दी है. किसान नेताओं के साथ 2 दौर की बातचीत में 10 मांगों को सरकार ने सोमवार रात को हुई बातचीत में हरी झंडी दिखा दी गई थी. बाकी बची 3 मांगों पर भी आपस में चर्चा करने और विचार करने का आश्वासन किसानों को दिया गया है.
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने लिया किसान आंदोलन के कारण जाम का संज्ञान
दिल्ली आ रहे किसानों को रोकने के लिए राष्ट्रीय राजधानी के सभी बॉर्डर सील करने के कारण पूरे NCR में लगे जाम का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है. चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच ने एक मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि यदि किसी वकील को ट्रैफिक जाम के कारण समस्या होती है तो हम समायोजन करेंगे.
दिल्ली एयरपोर्ट ने कहा- समय से निकलें घर से
दिल्ली एयरपोर्ट ने भी राष्ट्रीय राजधानी में किसानों के प्रदर्शन के कारण चारों तरफ बॉर्डर सील किए जाने का संज्ञान लिया है. दिल्ली एयरपोर्ट ने मंगलवार को एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें हवाई जहाज से जाने वालों यात्रियों से सामान्य समय से थोड़ा पहले घर से निकलने की सलाह दी गई है. साथ ही यह भी सलाह दी गई है कि सड़क मार्ग से एयरपोर्ट आने की बजाय टर्मिनल-1 से फ्लाइट पकड़ने वाले पैसेंजर मैजेंटा मेट्रो लाइन से सफर करें और टर्मिनल-3 आने वाले यात्री एयरपोर्ट मेट्रो का इस्तेमाल करें.
बैरिकेडिंग के चलते दिल्ली-NCR पूरी तरह जाम
दिल्ली के अंदर किसानों के ट्रैक्टर-ट्रॉली रोकने के लिए सभी प्रमुख बॉर्डर सील कर दिए गए हैं. गुरुग्राम से लेकर सिंघु बॉर्डर तक दिल्ली में आने वाले हर रास्ते पर बैरिकेडिंग, कंक्रीट बैरियर, ट्रक, जेसीबी और सड़क में कीलें लगाकर उन्हें बंद कर दिया गया है. इससे पूरे दिल्ली-NCR में करीब 3.5 घंटे से हर तरह जाम ही जाम का माहौल बना हुआ है. गुरुग्राम में कई किलोमीटर लंबा जाम लगा है तो गाजीपुर बॉर्डर पर भी वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं. यही स्थिति हर बॉर्डर पॉइंट पर बन गई है. दिल्ली के अंदर भी जगह-जगह फोर्स की चेकिंग के कारण वाहनों की गति धीमी पड़ गई है और जाम जैसे हालत बने हुए हैं.
किसान प्रदर्शन (Farmers Protest) के कारण दिल्ली के 8 मेट्रो स्टेशन पर 1 या उससे ज्यादा एंट्री व एग्जिट गेट बंद कर दिए गए हैं. PTI के मुताबिक, यह स्टेशन पूरी तरह बंद नहीं किए गए हैं. यात्री स्टेशन का कोई एक गेट बंद मिलने पर दूसरे गेट से एंट्री कर सकते हैं. बंद किए स्टेशनों में राजीव चौक, मंडी हाउस, केंद्रीय सचिवालय, पटेल चौक, उद्योग भवन, जनपथ, बाराखंभा रोड और खान मार्केट मेट्रो स्टेशन शामिल हैं.
'किसानों की मांगें जायज' दिल्ली सरकार ने खारिज किया अस्थायी जेल का प्रस्ताव
दिल्ली में होने वाले किसान आंदोलन के लिए बवाना स्टेडियम को अस्थायी जेल बनाने का केंद्र सरकार का प्रस्ताव दिल्ली सरकार ने खारिज कर दिया है. दिल्ली के गृह मंत्री कैलाश गहलोत ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को पत्र लिखकर कहा, किसानों की मांगें जायज हैं और शांतिपूर्ण प्रदर्शन हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार है. ऐसे में किसानों को गिरफ्तार करना गलत बात है. केंद्र सरकार को चाहिए कि वह किसानों को वार्ता के लिए बुलाए और उनकी समस्याओं का हल निकाले.
साथियों की गिरफ्तारी के वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल रहे किसान
शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने किसानों को आंसू गैस के गोलों और लाठीचार्ज से तितर-बितर कर दिया है. इस दौरान पुलिस ने कई किसानों को हिरासत में भी ले लिया है. प्रदर्शनकारी किसानों ने अपने साथियों को गिरफ्तार किए जाने का विरोध किया है. साथ ही उनकी गिरफ्तारी की वीडियो भी मोबाइल से रिकॉर्ड की है.
शंभू बॉर्डर पर हिरासत में लिए गए हैं बहुत सारे किसान
पंजाब-हरियाणा को जोड़ने वाले शंभू बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच टकराव लगातार जारी है. पुलिस ने बहुत सारे किसानों को हिरासत में भी ले लिया है, जिससे प्रदर्शनकारी और ज्यादा भड़क गए हैं. किसान लगातार दिल्ली जाने की जिद कर रहे हैं. ANI की तरफ से जारी वीडियो में हर तरफ किसानों को तितर-बितर करने के लिए छोड़े गए आंसू गैस के गोलों का धुआं हवा में तैर रहा है. हरियाणा पुलिस ने मौके पर घुड़सवार पुलिस को भी बुला लिया है.
शंभू बॉर्डर पर हिरासत में लिए गए हैं बहुत सारे किसान
पंजाब-हरियाणा को जोड़ने वाले शंभू बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच टकराव लगातार जारी है. पुलिस ने बहुत सारे किसानों को हिरासत में भी ले लिया है, जिससे प्रदर्शनकारी और ज्यादा भड़क गए हैं. किसान लगातार दिल्ली जाने की जिद कर रहे हैं. ANI की तरफ से जारी वीडियो में हर तरफ किसानों को तितर-बितर करने के लिए छोड़े गए आंसू गैस के गोलों का धुआं हवा में तैर रहा है. हरियाणा पुलिस ने मौके पर घुड़सवार पुलिस को भी बुला लिया है.
दिल्ली जाने के लिए अड़ गए हैं किसान, एक जत्था अंबाला के पार पहुंचा
पंजाब-हरियाणा को जोड़ने वाले शंभू बॉर्डर पर पहुंचा किसानों को जत्था दिल्ली जाने के लिए अड़ गया है. इसके चलते किसानों और पुलिस के बीच टकराव हो गया है. किसानों को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले फायर किए हैं. साथ ही लाठीचार्ज करने की भी सूचना है. पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर धारा 144 लागू होने का हवाला देते हुए किसानों से वापस लौटने के लिए कहा है. उधर, किसानों का एक और काफिला अंबाला के पार पहुंच गया है.
दिल्ली की तरफ बढ़ रहे हैं किसानों के बड़े काफिले
पंजाब से दिल्ली जा रहे प्रदर्शनकारी किसानों के ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर रोका गया है. किसान मजदूर संघर्ष समिति के 'दिल्ली चलो' विरोध मार्च में शामिल इन किसानों के साथ अब अन्य जगह से आ रहे किसान भी जुड़ रहे हैं.
गुरुग्राम से सिंघु बॉर्डर तक हर तरफ जाम
किसानों के ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को दिल्ली से बाहर ही रोकने के इंतजाम आम जनता पर भारी पड़ रहे हैं. दिल्ली में एंट्री करने वाले सभी रास्तों पर लंबे जाम से जूझना पड़ रहा है. गुरुग्राम से दिल्ली आने वाले नेशनल हाइवे पर वाहनों का करीब 8 किलोमीटर लंबा जाम लग गया है, जबकि नोएडा को दिल्ली से जोड़ने वाले DND एक्सप्रेसवे पर भी वाहनों का भारी जमावड़ा लगा हुआ है. गाजीपुर बॉर्डर पर भी वाहनों को लंबे जाम से जूझना पड़ रहा है, जबकि सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और शंभू बॉर्डर पर भी वाहनों की लंबी कतार दिख रही है.
शाम तक के लिए बंद कर दिया गया है केंद्रीय सचिवालय मेट्रो
किसानों के दिल्ली कूच के कारण केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-2 को बंद कर दिया गया है. ANI के मुताबिक, मेट्रो स्टेशन का गेट शाम तक बंद रखा जाएगा.
कई मील लंबा ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का काफिला
पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये अपनी बात रखने के बाद किसानों के जत्थे दिल्ली की तरफ रवाना हो गए हैं. फतेहगढ़ साहिब से दिल्ली आने वाले रास्ते पर मीलों दूर तक किसानों के ट्रैक्टर-ट्रॉली की कतार दिख रही है.
'ऐसा लगता है हरियाणा-पंजाब भारत का हिस्सा नहीं'
पंढेर ने कहा, सरकार के साथ टकराव से बचने के लिए हमने कल की बैठक में कोई हल खोजने की कोशिश की. हमने सरकार के सामने हरियाणा की हालत रखी. पंजाब-हरियाणा पर अत्याचार हो रहा है. ऐसा लगता है कि ये दोनों राज्य भारत का हिस्सा नहीं हैं बल्कि अंतरराष्ट्रीय सीमा है.
'किसानों के मुद्दों पर कांग्रेस भी भाजपा जितनी ही दोषी है'
किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने उन आरोपों का भी जवाब दिया, जिसमें कांग्रेस के इशारे पर किसानों को भड़काने की साजिश की बात कही गई है. उन्होंने कहा, कांग्रेस हमें कोई सपोर्ट नहीं करती है. हम कांग्रेस को भी किसानों के मुद्दे पर उतना ही दोषी मानते हैं जितनी भाजपा दोषी है. हम किसी के पक्ष वाले लोग नहीं हैं. हम किसान और मजदूर की आवाज उठाने वाले लोग हैं.
'हम सरकार की लाठी खाने के लिए तैयार हैं'
प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान नेता व मोर्चे के संयोजक सरवण सिंह पंधेर ने कहा, हम किसी पार्टी के समर्थक नहीं है. हम थोड़ी देर में दिल्ली के लिए रवाना होंगे. सरकार गोली मारे या लाठी मारे, हम दिल्ली जरूर जाएंगे. उन्होंने कहा, हम सरकार की लाठी खाने के लिए तैयार हैं.
'सरकार मुद्दों को दबाना चाहती है'
मोर्चा के नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सरकार मुद्दों को दबाना चाहती है. हमारी मांगे नहीं सुनी जा रही है. किसानों को धमकाया जा रहा है. किसान नेताओं ने कहा, सरकार ने हमारे ट्विटर-फेसबुक हैंडल बंद कर दिए हैं. हमें दिल्ली आने से रोका जा रहा है.
'हम अन्न उगाते हैं और सरकार कीलें उगा रही है'
किसान मजदूर मोर्चा ने फतेहगढ़ साहिब में प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. इसमें मोर्चे के नेता सरवन सिंह ने कहा कि सरकार के साथ वार्ता फेल हो गई है. थोड़ी देर में किसान दिल्ली के लिए कूच करेंगे. हम अन्न उगाते हैं और ये कीलें उगा रहे हैं.
बॉर्डर पर ठोकी गईं कीलें, कंटेनर लगाकर बंद किए रास्ते
दिल्ली में किसानों के ट्रैक्टर-ट्रॉली रोकने के लिए सभी बॉर्डर पर सख्त इंतजाम किए गए हैं. टिकरी बॉर्डर से पहले बहादुरगढ़ बाईपास पर नुकीली कीलें सड़क में ठोक दी गई हैं. कालिंदी कुंज बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस के साथ-साथ रिजर्व फोर्स के भी जवान तैनात किए गए हैं. चारों तरफ बैरिकेडिंग लगाए गए हैं. ट्रकों को खड़ा किया गया है. साथ ही साथ जेसीबी भी मौके पर मौजूद है. सिंघु बॉर्डर पर भी हरियाणा की तरफ से दिल्ली आने वाली रोड पर बेरिगेटिंग कंटेनर और डिवाइडर रखकर उसे सील कर दिया गया है.
दिल्ली के गाजीपुर फ्लाइओवर पर जाम जैसे हालात
दिल्ली में उत्तर प्रदेश से आने वाले किसानों को रोकने के लिए की गई बैरिकेडिंग भयानक जाम का कारण बन गई है. गाजीपुर फ्लाइओवर पर बैरिकेडिंग के कारण जाम लग गया है. ऑफिस जाने वाले लोगों के साथ ही स्कूली बस और राज्य परिवहनों की बसें भी जाम में फंस गई है. लोगों के गलत साइड से निकलने की कोशिश में दोनों तरफ की सड़कें बुरी तरह चॉक हो गई हैं.
हरियाणा में बनाई गई हैं दो अस्थायी जेल
हरियाणा के प्रमुख सचिव विजयेंद्र कुमार के मुताबिक, हरियाणा की राजस्थान और पंजाब से सटी सीमाओं पर पर्याप्त फोर्स तैनात की गई है. यहां 11 अतिरिक्त कंपनियां भेजी गई हैं. पिछली बार के आंदोलन को ध्यान में रखकर मजबूत अरेंजमेंट किए गए हैं. हम राजस्थान और पंजाब से सटे जिलों के उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों से लगातार संपर्क में हैं. राज्य में दो अस्थायी जेल भी बनाई गई हैं. एंबुलेंस की राह नहीं रोकी जाएगी. उनके लिए वैकल्पिक रास्ते तैयार किए गए हैं.
भाकियू ने किया दूध-घी की सप्लाई रोकने का आह्वान
उत्तर प्रदेश में एक्टिव भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी किसानों से एकजुट होने की अपील की है. टिकैत ने 16 फरवरी को देशभर के किसानों से भारत बंद करने का आह्वान किया है. भाकियू के राष्ट्रीय प्रेस प्रभारी शमशेर राणा के मुताबिक, किसानों से अपील की गई है कि 16 फरवरी को वे खेती-किसानी से जुड़ी अनाज, दूध-घी आदि की सप्लाई बंद रखें.