Lok Sabha Elections 2024: चुनाव आयोग (Election Commission) ने एसबीआई (SBI) से मिली इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bonds Data) की जानकारी अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दी है.
भारतीय जनता पार्टी (BJP) को बॉन्ड्स के जरिए सबसे ज्यादा चंदा मिला है. दूसरे नंबर पर तृणमूल कांग्रेस (TMC) है. अब जिन कंपनियों ने बीजेपी को दान दिया है, उन्हें लेकर विपक्ष के नेता सवाल उठा रहे हैं.
ज्ञानेश कुमार और एसएस संधू ने चुनाव आयुक्त का कार्यभार संभाल लिया है. वहीं इलेक्टोरल बॉन्ड पर सियासी जंग छिड़ी है.
देश के चुनावी माहौल में इलेक्टोरल बॉन्ड्स से लेकर रैलियों तक की हर खबर, डीएनए हिंदी पर. पढ़ें लेटेस्ट अपडेट.
इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर खींचतान, Congress ने BJP को बताया भ्रष्ट
\r\nकांग्रेस ने चुनाव आयोग के चुनावी बॉन्ड के आंकड़े सार्वजनिक कर दिए हैं. कांग्रेस का आरोप है कि ये आंकड़े किसी लाभ के बदले लाभ पहुंचाने, हफ्ता वसूली, रिश्वतखोरी और शेल कंपनियों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग जैसी BJP की भ्रष्ट तरकीबों को बेनकाब करते हैं.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने मांग की है कि बॉन्ड आईडी नंबर उपलब्ध कराए जाएं जिससे चंदा देने वालों और लेने वालों का सटीक मिलान किया जा सके. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने 12 मार्च को आयोग के साथ आंकड़े साझा किए थे.
\r\n","date":"15 Mar 2024","datetime":"15 Mar 2024, 10:27 AM"},{"time":"10:23 AM","body":"ज्ञानेश कुमार और एसएस संधू ने संभाला चुनाव आयुक्त का कार्यभार
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\r\nमुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने दो नवनियुक्त चुनाव आयुक्तों, ज्ञानेश कुमार और डॉ सुखबीर सिंह संधू का स्वागत किया है. दोनों आज चुनाव आयोग में शामिल हुए हैं.
किन कंपनियों ने दिया सबसे ज्यादा चंदा?
\r\nफ्युचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज ने सबसे ज्यादा इलेक्टोरल बॉन्ड्स खरीदे हैं. वहीं मेघा इंजीनियरिंग एंड इनफ़्रास्ट्रक्चर्स लिमिटेड दूसरे नंबर पर है. फ्युचर गेमिंग ने कुल 1368 बॉन्ड खरीदे हैं, जिनकी कीमत 1368 करोड़ रुपये है. मेघा इंजीनियरिंग ने 966 करोड़ रुपये के कुल 966 बॉन्ड खरीदे हैं.
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