डीएनए हिंदीः उत्तर प्रदेश के वाराणसी में BHU के सर सुंदरलाल अस्पताल में फर्जीवाड़े का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. पुलिस ने फर्जी इंटर्नशिप करने वाले 3 लोगों को पकड़ लिया गया है. इससे भी हैरानी वाली बात तो ये है कि इनमें इंटर पास डॉक्टरी कर रहे थे. इस फर्जीवाड़े में 2017 बैच के MBBS पासआउट 5 डॉक्टरों का नाम सामने आ आया है. आरोप है कि एमबीबीएस इंटर्न अपनी जगह दूसरे व कम डिग्री वाले लोगों ने इंटर्नशिप करा रहे थे. प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने पूरा मामला पकड़ा और फर्जी इंटर्न को दबोचकर पुलिस के हवाले कर दिया.
फर्जी इंटर्न की पहचान वाराणसी के विशेश्वरगंज की प्रीती चौहान, मिर्जापुर अदलहाट के मोहित सिंह और सोनभद्र के अनपरा के अभिषेख सिंह के रूप में हुई है. ये पांच MBBS पास आउट डॉ. नितिन, डॉ. शुभम, डॉ. सौमिक डे और डॉ. कृति की जगह डॉक्टरी कर रहे थे. डॉक्टरों और पकड़े गए फर्जी इंटर्न को लंका थाने के सुपुर्द शिकायत के साथ सौंप दिया गया है. BHU सुरक्षा निरीक्षक अरुण कुमार की तहरीर पर इन पर केस भी दर्ज कर लिया गया है.
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फर्जी इंटर्न की पहचान अमरपुर मंडिया विश्वेश्वरगंज वाराणसी की प्रीती चौहान, मिर्जापुर के अदलहाट थाना के विजुडका के मोहित सिंह और सोनभद्र के अनपरा के डब्ल्यूआईई कालोनी गेट के अभिषेक सिंह के रूप में हुई है. पुलिस ने इन सबके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया है। सुरक्षा निरीक्षक अरुण कुमार ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि नर्सिंग स्टाफ से सूचना मिली थी कि सर सुंदर लाल अस्पताल में एमबीबीएस इंटर्न की जगह कुछ फर्जी लोग ड्यूटी करने आते हैं. सूचना के आधार पर जांच कराई गई तो मोहित सिंह और अभिषेक सिंह एमबीबीएस फर्जी तरीके से इंटर्न के तौर पर ड्यूटी करते पकड़े गए. दोनों को अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय ले जाया गया. पूछताछ में दोनों ने बताया कि वह डॉ. नितिन की जगह ड्यूटी कर रहे थे. इसके बदले उन्हें रोजाना प्रति व्यक्ति 600 रुपये के हिसाब से डॉ. नितिन भुगतान करते थे.
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