डीएनए हिंदी: अग्निपथ स्कीम के विरोध में कई पूर्व सैनिक भी हैं. 26/11 मुंबई अटैक में मोर्चा लेने वाले एक पूर्व सैनिक ने आनंद महिंद्रा पर निशाना साधा है. प्रवीण कुमार तेवतिया ने आनंद महिंद्रा से सवाल पूछा कि वह उन्हें कौन सी नौकरी देंगे. तेवतिया मुंबई ताज हमले में आतंकियों को मार गिराने वाले ऑपरेशन का हिस्सा थे. उन्होंने ट्विटर पर ही उद्योगपति से सवाल किया है.
Twitter पर पूछा, कौन सी नौकरी दोगे
आनंद महिंद्रा ने अग्निपथ योजना का समर्थन किया है और उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी में रिटायर अग्निवीरों को नौकरी मिलेगी. महिंद्रा के इस ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए तेवतिया ने ट्वीट किया, '26/11 सर्विस के बाद 15 साल से मैं बेरोज़गार हूं. मैंने 26/11 हमले में गौतम अडानी समेत 185 लोगों की जानें बचाई थी. आप मुझे महिंद्रा ग्रुप में कौन सी नौकरी देंगे? सेना को 15 साल देने के बावजूद मेरी तरह कई लोग बेरोज़गार हैं.'
तेवतिया ने इस योजना की आलोचना करते हुए एक मीडिया ग्रुप से कहा है कि यह योजना पूरी तरह से सेना के चरित्र को बदल देगी. उन्होंने इसका समर्थन करने वाले उद्योगपतियों पर भी निशाना साधा है और कहा कि ऐसे लोग सरकार को खुश करने के लिए बयान दे रहे हैं.
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Taj Hotel में तेवतिया ने दिखाई बहादुरी
तेवतिया उन शुरुआती नेवल कमांडर में से थे जो आतंकी हमले के दौरान मुंबई के ताज होटल सबसे पहले पहुंचे थे.आतंकियों से लोहा लेते हुए उन्हें 4 गोलियां भी लगी थीं. 2017 में उन्हें मेडिकली अनफिट करार दे दिया गया और उन्हें सेना से रिटायर होना पड़ा.
तेवतिया फिलहाल परिवार के साथ दिल्ली में एक किराए के मकान में रहते हैं और वकालत करते हैं. साथ ही, वह लाइफ कोच का काम भी करते हैं. उन्होंने मुंबई टेरर अटैक से जुड़ा एक संस्मरण भी लिखा है. तेवतिया के अलावा कुछ और पूर्व सैनिक भी हैं जो इस योजना का विरोध कर रहे हैं.
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Ex Army Officer भी कर रहे योजना का विरोध
अग्निपथ योजना का विरोध कई पूर्व सैनिक भी कर रहे हैं. पूर्व सैनिकों का कहना है कि इस योजना से भारतीय सेना युवा जरूर होगी लेकिन उसकी क्षमता और दक्षता में पहले की तुलना में बहुत कमी आएगी.
पूर्व नौसेना चीफ अरुण प्रकाश ने भी इस योजना पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कार्पोरेट सेक्टर में नौकरी के अवसर पर भी सवाल किया है. प्रकाश का कहना है कि अब तक कितने पूर्व सैनिकों ने महिंद्रा ग्रुप समेत दूसरे कार्पोरेट में नौकरी मिली है.
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