26/11 Attack: 15 साल पहले आज के दिन धमाकों से दहल गई थी मुंबई, आतंकियों ने खेला था मौत का तांडव

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 26, 2023, 07:02 AM IST

Mumbai Terror Attack

15 YRS Of 26/11 Mumbai Attack: मुंबई को दहला देने वाले आतंकी हमले को आज 15 साल हो गए हैं. हालांकि, 26/11 के उस भयानक दिन की टीस लोगों के दिलों में आज तक बसी हुई है.

डीएनए हिंदी: मायानगरी कही जाने वाली मुंबई की रफ्तार 15 साल पहले 26/11 के आतंकी हमले के बाद अचानक रुक गई थी. आज 15 साल बाद भी मुंबई ही नहीं पूरे देश के लोग उसे याद करके सिहर जाते हैं. समुद्र के रास्ते 10 आतंकी मुंबई पहुंचे थे और उन्होंने ताज होटल समेत कई और ठिकानों पर मौत का खेल किया. इस हमले में 18 सुरक्षाकर्मियों समेत 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. आतंकियों ने देश के सबसे सुरक्षित जगहों में से एक ताज होटल को निशाना बनाया था. रोजमर्रा की तरह अपनी धुन पर चलते शहर के कदम अचानक ही गोलियों और धमाकों की आवाज के बाद थम गए थे. आतंकियों के साथ 3 दिन चली मुठभेड़ के बाद अजमल आमिर कसाब नाम के एक आतंकी को जिंदा पकड़ा गया था. 

मुंबई पर हुए आतंकी हमले को अब तक देश ही नहीं पूरी दुनिया के बड़े आतंकी वारदातों में शामिल किया जाता है.  पाकिस्तान के कराची से सभी 10 आतंकी एक नाव के जरिए मुंबई के लिए निकले थे. भारतीय नौसेना को चकमा देने के लिए उन्होंने एक भारतीय नाव को अगवा किया था और उसमें सवार सभी लोगों को मार गिराया था. इसी नाव के जरिए वे रात करीब 8 बजे कोलाबा के पास मछली बाजार में उतरे और फिर मुंबई के अलग-अलग हिस्सों में फैल गए. 

यह भी पढ़ें: Cochin University के म्यूजिक कॉन्‍सर्ट में मची भगदड़, 4 छात्रों की मौत और 64 घायल

इन जगहों को आतंकियों ने बनाया था निशाना 
आतंकियों ने उस रात मुंबई की कई नामचीन जगहों को टारगेट किया. मुंबई में स्थित विश्वस्तरीय होटलों में से एक ताज होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल और नरीमन हाउस को निशाना बनाया गया. इसके अलावा रात साढ़े 9 बजे छत्रपति शिवाजी टर्मिनल रेलवे स्टेशन पर 4 आतंकियों ने एके-47 से लोगों पर गोली बरसानी शुरू कर दी. पुलिस सूचना मिलते ही स्टेशन के लिए निकली थी लेकिन तब तक विले पार्ले में भी गोलीबारी होने लगी. इस आतंकी हमले ने 3 दिनों तक मुंबई की रफ्तार रोक दी थी. 

NSG कमांडो ने मुंबई को कराया आतंकियों से आजाद
पुलिस और सेना ने आतंकियों से मुंबई को मुक्त कराने का ऑपरेशन शुरू किया था. 3 दिनों तक चले ऑपरेशन में सेना और पुलिस टीम के साथ एनएसजी कमांडो भी जुड़े थे. 3 दिनों तक चली मुठभेड़ के बाद सभी आतंकियों को मार गिराया और एक अजमल आमिर कसाब को जिंदा पकड़ा गया था. 2012 में कसाब को फांसी की सजा दी गई. इस दर्दनाक आतंकी हमले के जख्म 15 साल बाद भी नहीं भऱ सके हैं.

यह भी पढ़ें: Mahua Moitra:TMC सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ीं, CBI ने कैश-फॉर-क्वेरी मामले में जांच की शुरू

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.