डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र में सियासी ड्रामा लगातार जारी है.शुक्रवार को एकबार फिर मुंबई से लेकर गुवाहाटी तक बयानों का दौर जारी रहा. एक तरफ जहां उद्धव ठाकरे समर्थकों ने एकनाथ शिंद गुट पर जमकर हमला बोला वहीं दूसरी तरफ एकनाथ शिंदे गुट की ताकत बढ़ती दिखाई दी. राज्य में महा विकास अघाड़ी में शामिल तीनों दलों ने जहां राज्य में अपनी सरकार को बचाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ भाजपा की तरफ से अभी भी कोई नेता खुलकर बोलने को तैयार नहीं है. आइए आपको बताते हैं महाष्ट्र में जारी सियासी घमासान से जुड़ी शुक्रवार की 5 बड़ी खबरें.
16 बागियों को नोटिस भेज सकते हैं डिप्टी स्पीकर
महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल शनिवार को शिवसेन के 16 विधायकों को कल नोटिस भेज सकते हैं. शिवसेना ने इन विधायकों की विधानसभा सदस्यता रद्द करने के लिए उन्हें पत्र लिखा. सूत्रों ने बताया कि इस मामले पर 27 जून सोमवार को सुनवाई हो सकती है. इस बीच शनिवार को शिवसेना ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है. इस बैठक के जरिए उद्धव पार्टी कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद करेंगे.
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उद्धव ने एकनाथ को बताया भगोड़ा
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को अपनी सरकार पर मंडराते राजनीतिक संकट से लड़ने के प्रति दृढ़ संकल्प व्यक्त किया और कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि विद्रोही नेता का बेटा लोकसभा सांसद है, तो क्या उनके बेटे आदित्य ठाकरे को राजनीतिक रूप से आगे नहीं बढ़ना चाहिए. फिलहाल दोनों पक्ष ने चार दिन पुराने गतिरोध को तोड़ने के लिए पीछे हटने के कोई संकेत नहीं दिए हैं. ठाकरे ने कहा कि शिंदे को शहरी विकास का प्रमुख विभाग दिया गया था, जो आमतौर पर तत्कालीन मुख्यमंत्री के पास रहता है.
संजय राउत ने दी चुनौती, विधायक जाधव बोले- बागियों से बात करिए
शिवसेना विधायक भास्कर जाधव ने शुक्रवार को पार्टी के नेता संजय राउत से बागी विधायकों को "चुनौती देने" के बजाय उनसे बात करने को कहा है> चिपलुन से विधायक जाधव ने संवाददाताओं से कहा, "बागियों से संवाद करिए, यह पता लगाइए कि क्या उनकी शिकायतें सही हैं. मतभेदों को संवाद से हल किया जा सकता है." जाधव उन चंद विधायकों में से एक हैं, जो शिवसेना के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई में बागी विधायकों के खेमे में शामिल नहीं हुए हैं.
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एकनाथ और समर्थकों के खिलाफ शिवसैनिकों का प्रदर्शन
शुक्रवार को पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर में शिवसेना समर्थक बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर आए और बागी नेताओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. मुंबई में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने कुर्ला से विधायक मंगेश कुडलकर के कार्यालय के बाहर एक बोर्ड को तोड़ने की कोशिश की. ऐसे में महाराष्ट्र पुलिस अलर्ट हो गई है. महाराष्ट्र में पुलिस अधिकारियों ने शिवसेना समर्थकों के विरोध प्रदर्शन किये जाने की आशंका के मद्देनजर पूरे राज्य में अलर्ट जारी किया है. एक अधिकारी ने बताया कि वरिष्ठ नेता एवं मंत्री एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद शिवसेना समर्थकों के विरोध प्रदर्शन किये जाने की आशंका है. अधिकारी ने बताया कि सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों और पुलिस आयुक्तों को अलर्ट जारी कर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कदम उठाने को कहा गया है.
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बागियों ने किया 37 विधायकों के समर्थन का दावा
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले विद्रोहियों के समूह ने साथ 37 विधायकों के समर्थन की घोषणा की. विद्रोही समूह ने गुरुवार की देर रात विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल को सौंपी गई सूची में इसका जिक्र किया गया. विद्रोहियों की सूची ने दो प्रस्तावों को भी संलग्न किया, जिसमें कहा गया था कि शिंदे शिवसेना विधायक दल के प्रमुख बने हुए हैं और विधायक भरत गोगावले को नए मुख्य सचेतक के रूप में नियुक्त किया गया. समूह ने दावा किया कि उसका समर्थन आज बढ़कर 41 शिवसेना विधायकों का हो गया.
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