AAP चीफ अरविंद केजरीवाल को फिर याद आए अन्ना हजारे, कहा- उनसे तो चार थप्पड़ भी खा लूंगा

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 15, 2022, 08:24 AM IST

अन्ना के बारे में बोले अरविंद केजरीवाल

Arvind Kejriwal Anna Hazare: आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वह अन्ना हजारे का बहुत सम्मान करते हैं.

डीएनए हिंदी: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को राजनीतिक पहचान अन्ना हजारे के आंदोलन से मिली. बीते कुछ सालों में अरविंद केजरीवाल और अन्ना हजारे (Anna Hazare) के रिश्तों में कड़वाहट आई है. अब एक बार फिर से केजरीवाल को अन्ना हजारे की याद आई है. एक न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वह अन्ना हजारे का बहुत सम्मान करते हैं और उनसे तो वह थप्पड़ खाने को भी तैयार हैं. केजरीवाल ने बीजेपी (BJP) पर आरोप लगाते हुए कहा कि अन्ना हजारे भोले आदमी हैं लेकिन उनका कान भरा जा रहा है. आम आदमी पार्टी के मुखिया केजरीवाल ने यह भी कहा कि अन्ना हजारे उनके बारे में कुछ भी बोलें उन्हें कभी कोई गिला शिकवा नहीं होता.

दरअसल, दिल्ली की आबकारी नीति के केस में अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल की आलोचना की थी. एक इंटरव्यू में केजरीवाल ने कहा, '2010 तक इस देश में अरविंद केजरीवाल को कोई नहीं जानता था. अचानक इतना बड़ा अन्ना आंदोलन हो गया, पार्टी बनी, वह पार्टी सत्ता में आ गई. अचानक वह पार्टी दूसरे राज्य में भी सत्ता में आ गई. मैंने पिछले जन्म में कुछ बहुत पुण्य किए होंगे कि मुझे भगवान का आशीर्वाद मिल रहा है. यह सब मेरे प्रयासों से नहीं हो रहा है, यह कुछ तो दैवीय शक्ति है जिसकी कृपा मुझ पर बनी हुई है.'

यह भी पढ़ें- गुजरात की रैली में हुआ असदुद्दीन ओवैसी का विरोध, मुस्लिम युवाओं ने लगाए मोदी-मोदी के नारे

केजरीवाल ने बीजेपी पर लगाए आरोप
इशारों ही इशारों में जब केजरीवाल से अन्ना हजारे के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'अन्ना जी की मैं बहुत इज्जत करता हूं लेकिन ये पुरानी पार्टियों के लोग जाकर मेरे खिलाफ उनके कान भरते हैं जब अन्ना आंदोलन हुआ तो यही काम कांग्रेस करती थी अब बीजेपी वाले करता हैं. अन्ना जी बहुत भोले आदमी हैं. वह मेरे खिलाफ कुछ भी बोलें, मुझे कभी गिला शिकवा नहीं होता. वह किसी दिन मुझे बुलाकर चार थप्पड़ भी मार देंगे तो वह भी सिर माथे पर होगा.'

यह भी पढ़ें- कांग्रेस नेताओं की अपने ही पार्टी दफ्तर में तोड़फोड़, पैसे लेकर टिकट बांटने का आरोप

आपको बताते चलें कि अन्ना हजारे की अगुवाई में साल 2011 में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन हुआ था. इसी आंदोलन के बाद अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में आम आदमी पार्टी बनी. हालांकि, अन्ना हजारे ने खुद को इस पार्टी से अलग रखा क्योंकि वह राजनीति में उतरने के पक्षधर नहीं थे. हाल ही में जब दिल्ली की आबकारी नीति के मामले में घोटाले के आरोप लगे तो अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल के नाम लिखी चिट्ठी में कहा था कि वह सत्ता के नशे में डूब गए हैं.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.