डीएनए हिंदी: दिल्ली आबकारी नीति मामले में आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद है. राज्य सभा सांसद संजय सिंह की जमानत याचिका पर बुधवार को सुनवाई हुई, जिसमें अदालत ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया. वहीं दूसरी ओर संजय सिंह ने अपने बच्चों के नाम जेल से एक खत लिखा है, जिसे उनकी बेटी इशिता सिंह ने एक सार्वजनिक मंच पर पढ़कर सभी को सुनाया है. खत में संजय सिंह ने अपने दोनों बच्चों बेटी इशिता सिंह उर्फ तब्बू और बेटे रितु को सीख दी है.
इशिता सिंह ने कहा कि जेल से उनके पिता ने मेरे और भाई के लिए एक खत लिखा है. जिसमे उन्होंने कहा है कि तब्बू और रितु को प्यार. तुम्हारे पिता (संजय सिंह) देश के तानाशाहों के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं और हर तानाशाह कायर होता है. खत में उन्होंने कहा कि संघर्ष की लड़ाई में कई महापुरुष जेल में गए हैं. महात्मा गांधी, भगत सिंह, जवाहरलाल नेहरू, राम मनोहर लोहिया आदि कितने साल जेल में रहें हैं? परन्तु उन्होंने कभी हार नहीं मानी. ऐसे ही जेल के डर से संजय सिंह भी नहीं रुकने वाले हैं.
खत में करियर पर ध्यान देने की बात कही
खत में लिखा था कि संघर्ष के समय ही, मनुष्य की बहादुरी की परीक्षा होती है. तुम दोनों को कुछ बनकर दिखाना है और किसी से कोई शिकायत नहीं करनी है. खत में उन्होंने बच्चों को अपने भविष्य पर ध्यान देने को भी कहा है. उन्होंने कहा, देश में काफी लोग संघर्ष कर रहे है, जैसे बॉर्डर पर सेना लोगों की हिफाजत करने के लिए मुश्किलों से जूझती है. उसी तरह मैं भी देश के हित के लिए संघर्ष कर रहा हूं और मैं रुकूंगा नहीं.
अंत में सुनाई अटल जी की कविता
खत के समापन के दौरान इशिता ने अटल बिहारी जी की एक कविता भी सुनाई. कहा कि खूब करो साहिब, कोशिश हमें मिट्टी में दबाने की, शायद आपको नहीं मालूम, कि हम बीज हैं, आदत है हमारी बार-बार उग जाने की.
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