डीएनए हिंदी: लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ मोर्चाबंदी और एकजुट रणनीति तय करने के लिए कल यानी 17 जुलाई को बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक (Opposition Parties Meeting) होगी. इस बैठक में आम आदमी पार्टी के शामिल होने पर सस्पेंस बना हुआ था लेकिन अब AAP ने भी इसकी घोषणा कर दी है. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि CM अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) समेत पार्टी के अन्य नेता इस बैठक में शामिल होंगे. आप ने ये फैसला कांग्रेस द्वारा दिल्ली अध्यादेश पर समर्थन करने के बाद लिया है.
AAP नेता राघव चड्ढा ने रविवार को कहा कि पार्टी 2024 के लोकसभा चुनावों में एकजुट होकर भाजपा का मुकाबला करने के लिए एक संयुक्त रणनीति बनाने के लिये बेंगलुरु में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होगी. AAP की राजनीतिक मामलों की समिति की रविवार को यहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. चड्ढा ने दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण से संबंधित केंद्र के अध्यादेश का संसद में विरोध करने के कांग्रेस के कदम का स्वागत किया. केजरीवाल की अध्यक्षता वाली राजनीतिक मामलों की समिति (PAC) आप की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली इकाई है.
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CM केजरीवाल समेत कई नेता बैठक में होंगे शामिल
बता दें कि इससे पहले केजरीवाल ने कहा था कि बेंगलुरु की बैठक में आम आदमी पार्टी तभी शामिल होगी जब दिल्ली अध्यादेश के विरोध में कांग्रेस अपना समर्थन देगी. पीएसी में विचार-विमर्श के बाद राघव चड्ढा ने घोषणा की कि केजरीवाल के नेतृत्व में ‘आप’ सोमवार को बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक में भाग लेगी. आप की पीएसी की बैठक कांग्रेस द्वारा दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर केंद्र के अध्यादेश पर अपना रुख स्पष्ट करने के तुरंत बाद हुई है.
दिल्ली अध्यादेश का कांग्रेस करेगी विरोध
गौतरतलब है कि कांग्रेस ने रविवार को साफ किया कि वह दिल्ली में सेवाओं के नियंत्रण से संबंधित केंद्र के अध्यादेश का संसद में समर्थन नहीं करेगी और देश में संघवाद को ध्वस्त करने के केंद्र सरकार के ऐसे किसी भी प्रयास का विरोध करेगी. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी का रुख साफ है कि वह राज्यपालों के जरिए विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों में हस्तक्षेप करने के केंद्र के ऐसे किसी भी कदम का विरोध करेगी और उसने संसद में दिल्ली में सेवाओं के नियंत्रण से संबंधित अध्यादेश पर विधेयक पेश किए जाने पर इसका विरोध करने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि हम संघवाद को खत्म करने के केंद्र सरकार के प्रयासों का निरंतर विरोध कर रहे हैं. हम विपक्ष द्वारा शासित राज्यों को राज्यपालों के जरिए चलाने के केंद्र सरकार के रवैये का निरंतर विरोध कर रहे हैं. हमारा रुख बहुत स्पष्ट है, हम दिल्ली में सेवाओं पर नियंत्रण से संबंधित अध्यादेश का समर्थन नहीं करने वाले हैं.
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मीटिंग का सामने आया शेड्यूल
बेंगलुरु में दो दिवसीय 17 और 18 जुलाई को विपक्षी दलों की बैठक होगी. इससे पहले पटना में विपक्षी दलों की मीटिंग हुई थी, जिसमें कुल 26 विपक्षी पार्टियां शामिल हुई थीं. यह बैठक कल शाम 6 बजे से 8 बजे तक चलेगी. उसके बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के आवास पर डिनर का आयोजन किया गया है. वहीं 18 जुलाई को सुबह 10 से शाम 4 बजे तक मीटिंग होगी. इसके बाद साझा प्रेस कांफ्रेंस की जाएगी. इस बैठक का आयोजन बेंगलुरु Taaj West End Hotel में होगी. सभी नेताओं के ठहरने की व्यवस्था यहीं की गई है. इसमें शामिल होने के लिए सोमवार दोपहर से नेताओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो जाएगा. सोनिया गांधी और राहुल गांधी दोपहर में ही बेंगलुरु पहुंच जाएंगे.
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