आजकल हर जगह रिश्वतखोरी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. अस्पताल हो या फिर स्कूल कोई भी ऐसी जगह नहीं है जहां ऐसे रिश्वतखोर न हों. ऐसे में AIIMS के डायरेक्टर डॉ एम श्रीनिवास ने रिश्वतखोरों को पकड़ने की एक नई पहल की. वो खुद मरीज बनकर इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे और रिश्वत देकर कार्ड बनवाया. कार्ड बनते ही डायरेक्टर अपने असली रूप में आए और रिश्वतखोरी में शामिल सुरक्षा गार्ड के खिलाफ सख्त एक्शन लेने का फरमान जारी कर दिया.
500 रुपये ली रिश्वत
पिछले हफ्ते AIIMS के डायरेक्टर डॉ एम श्रीनिवास भेष बदलकर अस्पताल पहुंचे. रूटीन के तहत वह राउंड पर निकले हुए थे. वो अपने डॉक्टर की ड्रेस के बजाए सामान्य ड्रेस में थे, साथ ही उन्होंने मास्क पहन रखा था. इस वजह से उन्हें कोई पहचान नहीं पा रहा था. जानकारी के अनुसार, एम्स परिसर के डेंटल बिल्डिंग पहुंचने के बाद उन्होंने वहां तैनात एक सिक्यूरिटी गार्ड से ओपीडी कार्ड बना देने की गुजारिश की.
ये भी पढ़ें-केरल के मंदिरों में फूल चढ़ाना हुआ बैन, जानिए क्यों लिया गया ये बड़ा फैसला
उन्होंने सुरक्षाकर्मी से कहा कि एम्स में मरीजों की काफी भीड़ है. इसलिए वह ओपीडी कार्ड नहीं बनवा पा रहे हैं. अगर वो ओपीडी कार्ड बनवा देगा तो उसे वह पांच सौ रुपये देंगे. भेष बदले डायरेक्टर को गार्ड पहचान नहीं पाया. वह तुरंत पांच सौ रुपये पाने के लालच में थोड़ी देर बाद ओपीडी कार्ड बनवा कर ले आया.
लालच के चक्कर में गंवाई नौकरी
आपको बता दें कि जैसे ही सिक्यूरिटी गार्ड ने डायरेक्टर को ओपीडी कार्ड दिया वैसे ही डायरेक्टर ने उसे पैसे दिए और साथ में अपना मास्क हटाया. उन्होंने तुरंत सिक्यूरिटी गार्ड के इंचार्ज को फोन किया और उसके खिलाफ सख्त एक्शन लेने का आदेश दिया. इसके बाद उस सिक्यूरिटी गार्ड की नौकरी चली गई. लेकिन जिस तरह से एम्स के डायरेक्टर ने रिश्वतखोर को पकड़ने की पहल की वह प्रशंसनीय है. सभी लोगों ने उनकी तारीफ की साथ ही स्टाफ के अंदर भी दहशत है.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.